लापरवाह पुलिस की पोल खुली! लापता महिला का शव घर की छत पर बोरे से बरामद, हत्या की गवाही दे रही हर सच्चाई


न्यूज स्कैन ब्यूरो, कैमूर

जिले के मोहनिया थाना क्षेत्र के एनएच-19 स्थित बरेज गांव से एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है। जिस महिला को पुलिस “भाग गई” बताकर टाल रही थी, वही महिला दो दिन बाद अपने ही घर की छत पर बने कमरे में, खून से लथपथ बोरे के अंदर से बरामद हुई!
30 वर्षीय चांदनी देवी, कुदरा थाना क्षेत्र के जरुहा निवासी प्रजापति मिश्रा की पत्नी थी। शनिवार से लापता थी। सोमवार सुबह घर की सफाई के दौरान जब छत पर बने कमरे से बदबू आई तो परिजनों ने अंदर झांका। वहां एक प्लास्टिक के बोरे में शव ठूंसकर रखा था। कमरे में खून के धब्बे भी मिले।
पति प्रजापति मिश्रा ने पुलिस पर गंभीर आरोप लगाया—”मैंने थाने में जाकर आवेदन दिया था। पत्नी का मोबाइल नंबर तक दिया था। लेकिन पुलिस ने जांच की जगह यह कहकर टाल दिया कि पत्नी बदचलन थी और भाग गई है! आज वही पत्नी लाश बनकर बोरे से निकली है।”

सवाल बड़ा है—क्या पुलिस का काम पीड़ित को गाली देना है, या जांच करना? अगर पुलिस ने समय रहते गंभीरता दिखाई होती तो शायद चांदनी आज जिंदा होती।
घटना के बाद मोहनिया डीएसपी प्रदीप कुमार ने स्वीकार किया कि—”घर में ही हत्या कर शव को बोरे में छिपाया गया है। पोस्टमार्टम कराया जा रहा है और एफएसएल की टीम हर बिंदु पर जांच करेगी।”

लेकिन स्थानीय लोग सवाल पूछ रहे हैं—जब परिजन चीख-चीख कर मदद मांग रहे थे, तब पुलिस सोई क्यों रही? आखिर किसके बचाव में इतनी लापरवाही बरती गई? इस वारदात ने कैमूर पुलिस की कार्यशैली पर बड़ा सवाल खड़ा कर दिया है।