प्रमोद कुमार, कैमूर
भारत की धरती पर आस्था के अनगिनत रूप देखने को मिलते हैं, लेकिन बिहार का एक मंदिर अपने आप में अनोखा और अद्भुत है। कैमूर जिले के भगवानपुर प्रखंड के पावरा पहाड़ी पर स्थित प्राचीन माता मुंडेश्वरी मंदिर में बलि की परंपरा तो है, लेकिन यहाँ बलि दी जाती है बिना रक्त बहाए, केवल अक्षत और फूल से।
कहा जाता है कि यह मंदिर 625 ईसा पूर्व का है और देश का सबसे प्राचीन अष्टकोणीय मंदिर माना जाता है। यहाँ महा मंडलेश्वर शिव परिवार के साथ माता मुंडेश्वरी की पूजा होती है।
अनोखी परंपरा: बकरा मूर्छित, फिर जीवित
मन्नत पूरी होने पर श्रद्धालु बकरा लेकर माता के दरबार में पहुँचते हैं। विधिवत पूजा के बाद बकरे को माता के चरणों में लेटा दिया जाता है। तभी पुजारी चावल और फूल का अक्षत मारते हैं।
अद्भुत दृश्य यह होता है कि बकरा तत्काल मूर्छित होकर गिर पड़ता है—मानो माता ने बलि स्वीकार कर ली हो। थोड़ी ही देर बाद बकरा पुनः जीवित हो उठता है और श्रद्धालु उसे अपने साथ घर ले जाते हैं।
नवरात्र में उमड़ता है जनसैलाब
नवरात्र में यह मंदिर श्रद्धालुओं से खचाखच भर जाता है। देश ही नहीं, विदेश से भी लाखों की संख्या में लोग यहाँ पहुँचते हैं। सोनभद्र (यूपी) से आए श्रद्धालु गौरव कुमार और वर्षा देवी कहते हैं—”माता के दरबार में माँगी गई हर मन्नत पूरी होती है। परिवार के साथ बार-बार यहाँ आते हैं, अपार शांति मिलती है।”
रामगढ़ के अजय कुमार सिंह बताते हैं कि “माता से मन्नत पूरी हुई थी, इसलिए बकरा लेकर हाजिर हुआ हूँ। आगे भी माता के चरणों में नतमस्तक रहूँगा।”
पुजारी ने बताया रहस्य
मंदिर के पुजारी मुन्ना द्विवेदी कहते हैं—”यह मंदिर अष्टकोणीय स्वरूप का है और 625 ईसा पूर्व का बताया जाता है। यहाँ रक्त विहीन बलि की परंपरा सदियों से चल रही है। दोनों नवरात्रों में लाखों श्रद्धालु यहाँ पहुँचते हैं।”
सुरक्षा के कड़े इंतजाम
श्रद्धालुओं की भारी भीड़ को देखते हुए प्रशासन ने नवरात्र में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए हैं।
मंदिर के लेखापाल कृष्ण गोपाल के अनुसार—
“25 CCTV कैमरों से निगरानी की जा रही है, पुलिस बल और स्काउट-गाइड की भी तैनाती है।”
भगवानपुर की बीडीओ अंकिता शेखर कहती हैं—
“श्रद्धालुओं की सुविधा और सुरक्षा हमारी पहली प्राथमिकता है।” माता मुंडेश्वरी मंदिर न सिर्फ बिहार बल्कि पूरे देश में आस्था का केंद्र है। मान्यता है कि कोई भी नया कार्य हो या शुभ अवसर, माता के दर्शन से शुरू करने पर सफलता निश्चित होती है।