- नई तकनीक और मानव संसाधन के विकास पर जोर : मुख्य सचिव प्रत्यय अमृत
न्यूज स्कैन रिपाेर्टर, पटना
बिहार के मुख्य सचिव प्रत्यय अमृत ने कहा है कि बिजली क्षेत्र में राज्य ने ऐतिहासिक प्रगति की है, लेकिन आने वाला समय और भी चुनौतिपूर्ण है। जनता की अपेक्षाओं पर खरा उतरने के लिए नई तकनीक और मानव संसाधन के विकास पर लगातार काम करना होगा।
मुख्य सचिव गुरुवार को विद्युत भवन में आयोजित संवाद सत्र को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा, “उपभोक्ता हमारे लिए सर्वोपरि हैं। बिजली आपूर्ति में सुधार से आम लोगों की जीवनशैली और कार्य पद्धति में बड़ा बदलाव आया है। उनकी संतुष्टि सुनिश्चित करना हम सबकी सामूहिक जिम्मेदारी है।”
उन्होंने बताया कि बिहार सरकार उपभोक्ताओं को 125 यूनिट नि:शुल्क बिजली उपलब्ध करा रही है। साथ ही स्मार्ट प्रीपेड मीटर इंस्टॉलेशन में भी बिहार अन्य राज्यों के लिए एक मिसाल बन रहा है।
मुख्य सचिव ने याद दिलाया कि 15 अगस्त 2012 को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने गांधी मैदान से बिजली सुधार का संकल्प लिया था। इसके बाद राज्य में बिजली के क्षेत्र में ऐतिहासिक बदलाव हुआ। वर्ष 2016 में हर घर बिजली पहुंचाने का लक्ष्य तय किया गया और अक्टूबर 2018 तक यह लक्ष्य पूरा हो गया। उन्होंने कहा, “आज बिहार में लोग यह नहीं पूछते कि बिजली कितनी देर रहती है, बल्कि यह पूछते हैं कि कितनी देर कटती है। यह उपलब्धि सभी विद्युतकर्मियों के समर्पित प्रयास का परिणाम है।”
उन्होंने अधिकारियों व कर्मचारियों से उपभोक्ता शिकायतों के त्वरित समाधान पर विशेष बल देने को कहा। उन्होंने कहा कि चाहे उपभोक्ता आधी रात को ही क्यों न कॉल करें, उनकी समस्या का तुरंत समाधान होना चाहिए। कोई भी अधिकारी या कर्मचारी उपभोक्ता से गलत व्यवहार न करे, क्योंकि वह संगठन का प्रतिनिधि होता है।
इस अवसर पर ऊर्जा सचिव एवं सीएमडी, बीएसपीएचसीएल, मनोज कुमार सिंह ने कहा कि बिजली क्षेत्र में हुए परिवर्तन में मुख्य सचिव प्रत्यय अमृत की अहम भूमिका रही है। उन्होंने टीम भावना और कार्य संस्कृति को नई दिशा दी है। इंफ्रास्ट्रक्चर विकास के साथ-साथ कॉरपोरेट कल्चर को भी सुदृढ़ किया है।
कार्यक्रम में एसबीपीडीसीएल के प्रबंध निदेशक महेंद्र कुमार और एनबीपीडीसीएल के प्रबंध निदेशक राहुल कुमार भी मौजूद थे। संवाद सत्र में विद्युत भवन के विभिन्न विभागों के अधिकारी और कर्मचारी शामिल हुए, जबकि बड़ी संख्या में कर्मी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से जुड़े।