न्यूज स्कैन ब्यूरो, सुपौल/ राघोपुर
एनएच 106 पर बने रेलवे गुमटी संख्या 15ए को बंद करने की रेलवे की योजना के विरोध में रविवार को स्थानीय सैकड़ों ग्रामीणों ने संयुक्त रूप से आवाज उठाई। ग्रामीणों ने डीआरएम समस्तीपुर के नाम से हस्ताक्षरित आवेदन राघोपुर स्टेशन अधीक्षक को सौंपते हुए मांग की है कि गुमटी को बंद नहीं किया जाए। ग्रामीणों का कहना है कि गुमटी संख्या 15ए वर्षों से आसपास के गांवों के लोगों के लिए मुख्य मार्ग रहा है। यह न केवल रोजमर्रा के आवागमन का सहारा है, बल्कि मरीजों को अस्पताल ले जाने, बच्चों को विद्यालय-काॅलेज पहुचाने और व्यापारिक गतिविधियों के लिए भी अत्यंत महत्वपूर्ण है।
आवेदन में कहा गया है कि रेल ओवर ब्रिज का निर्माण कार्य भले ही अंतिम चरण में हो, लेकिन गुमटी को बंद करने से ग्रामीणों को लंबा चक्कर लगाना पड़ेगा। इससे समय और पैसा दोनों की बर्बादी होगी और आपातकालीन परिस्थितियों में लोगों की परेशानी बढ़ेगी। ग्रामीणों ने जोर देकर कहा कि ओवरब्रिज बनने के बाद भी गुमटी को वैकल्पिक मार्ग के रूप में खुला रखना स्थानीय लोगों के हित मे अत्यंत ही जरूरी है। सैकड़ों ग्रामीणों की ओर से दिए गए आवेदन पर सागर यादव, गोपाल चांद, मयंक गुप्ता, राहुल महासेठ, प्रकाश कुमार चौधरी, मो. तैयब, मो. खुर्शीद आलम, मो. इसराईल, मो. यूनुस, फिरोज आलम और काली दत्त तिवारी समेत कई लोगों के हस्ताक्षर हैं। ग्रामीणों ने प्रतिलिपि जिलाधिकारी सुपौल और महाप्रबंधक, पूर्व मध्य रेल हाजीपुर को भी भेजी है।