कुशवाहा के इस पत्र के बाद अंदरखाने निशांत को लेकर चल रही चर्चाओं को हवा मिली है। एक तरह से नीतीश के स्वास्थ्य की दिक्कतों को देखते हुए कुशवाहा ने वो बात कह दी है जो अंदर ही अंदर जदयू में भी चर्चा में है।
न्यूज स्कैन ब्यूरो, पटना
नीतीश कुमार के पुत्र निशांत का आज जन्मदिन है। तमाम लोगों के साथ जदयू के पूर्व नेता और राष्ट्रीय लोक जनता दल के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा ने भी बधाई दी है। लेकिन यह बधाई से ज्यादा नीतीश कुमार के लिए सलाह है इसीलिए राजनीति जगत में आज यह विशेष चर्चा में है। उन्होंने वो बात कह दी है जो जदयू के अंदर भी चर्चा में है लेकिन नीतीश कुमार से कहने का साहस किसी में नहीं है। एेसा उपेंद्र कुशवाहा ने भी अपने पत्र में लिखा है।
नीतीश कुमार के पुत्र निशांत के जन्मदिन पर लिखे पत्र में उपेंद्र ने नीतीश से दोहरी जिम्मेदारी से अलग होने का आग्रह किया है। साथ ही चुनावी रणनीति को लेकर भी उन्होंने पुनर्विचार करने की सलाह दी है। उन्होंंने लिखा है कि, समय और परिस्थिति की नजाकत को समझते हुए… अब सरकार और पार्टी दोनों का संचालन स्वयं उनके (नीतीश) के लिए उचित नहीं है।” कुशवाहा ने सलाह दी है कि सरकार का संचालन मुख्यमंत्री नीतीश कुमार करें, लेकिन जेडीयू (JDU) की बागडोर अब निशांत कुमार को सौंप देनी चाहिए, ताकि पार्टी की जवाबदेही का संतुलन सही रहे। उन्होंने यह भी चेताया है कि अगर देरी हुई, तो इससे “बड़ा नुकसान” होगा, शायद ऐसी स्थिति की भरपाई कभी संभव न हो। उन्होंने यह भी लिखा है कि जो बातें वे लिख रहे हैं यह पार्टी के हजारों कार्यकर्ताओं/नेताओं की आवाज है। ज्ञात हो कि निशांत को भविष्य का नेता बताते हुए पोस्टर कुछ दिनों पहले लगाए गए थे। यह भी इस बात का संकेत दे रहा था कि पार्टी और कार्यकर्ता उन्हें नीतीश के उत्तराधिकारी के रूप में स्वीकार करने के लिए तैयार है। कुशवाहा ने लिखा है कि नीतीश के सामने सच बोलने वाला कोई नहीं है, इसलिए उन्होंने सभी की ओर से यह संदेश भेजा। नीतीश को सरकार चलाते रहने की सलाह के साथ ही पार्टी का नेतृत्व निशांत को सौंपने की बात कुशवाहा ने पत्र में लिखी है।
यह सच है कि बधाई के बहाने जारी इस पत्र ने नेतृत्व को लेकर अंदरखाते चल रही चर्चा को हवा दे दी है।
उपेंद्र कुशवाहा का निशांत को बधाई के लिए जारी पत्र हूबहू
मीडिया/सोशल मीडिया से जानकारी मिली है कि आज बड़े भाई आदरणीय श्री Nitish Kumar जी के सुपुत्र निशांत का जन्मदिन है।
खुशी के इस अवसर पर Janata Dal (United) की नई उम्मीद निशांत को जन्म दिन की ढेर सारी शुभकामनाएं। ईश्वर उसे हमेशा स्वस्थ एवं प्रसन्नचित्त रखें।
इस अवसर पर आदरणीय श्री नीतीश कुमार जी से अति विनम्र आग्रह है कि समय और परिस्थिति की नजाकत को समझते हुए इस सच को स्वीकार करने की कृपा करें कि अब सरकार और पार्टी दोनों का (साथ-साथ) संचालन स्वयं उनके लिए भी उचित नहीं है। सरकार चलाने का उनका लंबा अनुभव है जिसका लाभ राज्य को आगे भी मिलता रहे, यह फिलहाल राज्य हित में अतिआवश्यक है। परन्तु पार्टी की जवाबदेही के हस्तांतरण (जो वक्त मेरी ही नहीं स्वयं उनकी पार्टी के हजारों कार्यकर्ताओं/नेताओं की राय में अब आ चुका है) के विषय पर समय रहते ठोस फैसला ले लें। यही उनके दल के हित में है। और इसमें विलंब दल के लिए अपूर्णीय नुकसान का कारण बन सकता है। शायद ऐसा नुकसान जिसकी भरपाई कभी हो भी नहीं पाये।
(नोट – मैं जो कुछ कह रहा हूं, जदयू के नेता शायद मुख्यमंत्री जी से कह नहीं पाएंगे और कुछ लोग कह भी सकते हों, तो वैसे लोग वहां तक पहुंच ही नहीं पाते होंगे।)