न्यूज स्कैन ब्यूरो सुपौल/ छातापुर
राजेश्वरी थाना क्षेत्र के ढोलपिटा-रतनसार मार्ग में प्रतिमा विसर्जन के दौरान एक व्यक्ति की संदेहास्पद अवस्था में मौत हो गई। मृतक अररिया जिला के भरगामा थाना क्षेत्र के कुशमौल निवासी विनोद सरदार बताया जाता है। शव मिलने के बाद सूचना पर पहुंची भरगामा थाना पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम कराकर सोमवार को परिजनों को सौंप दिया। घटना से आक्रोशित परिजन व ग्रामीणों ने शव को ढोलपिटा चौक पर रखकर लगभग ढाई घंटे तक सड़क को जाम कर प्रदर्शन किया, जिससे रतनसार एवं अररिया पथ का आवागमन बाधित हो गया। मौके पर मृतक के भाई अरूण सरदार ने बताया कि ग्वालपाड़ा पंचायत के वार्ड 12 निवासी मुकेश साह प्रतिमा विसर्जन के लिए विनोद को घर से साथ लेकर गया था। शाम के 6 बजे पता चला की विनोद की मौत हो गई है। स्थल पर पहुंचे तो बताया गया कि विनोद को इलाज के लिए डॉक्टर के पास ले जाया गया है। जब भरगामा डॉक्टर के पास पहुंचे तो डॉक्टर ने बताया कि विनोद को मृत अवस्था में यहां लाया गया था जिसे साथ आए लोग लेकर चले गए। काफी खोजबीन करने पर ढोलपिटा चौक से पूरब भरगामा थाना क्षेत्र स्थित खेत में बने एक मचान पर उसका शव पड़ा था। मृतक का सिर बुरी तरह क्षतिग्रस्त था। परिजनों के अनुसार छातापुर थाना क्षेत्र के सोहटा पंचायत स्थित मंगला हाट के समीप विश्वकर्मा पूजा के अवसर पर मेले का आयोजन किया गया था, जिसका प्रतिमा विसर्जन रविवार की शाम हो रहा था। बताया जाता है कि ट्रैक्टर पर प्रतिमा लेकर ग्वालपाड़ा पंचायत होकर घुमाने ले जाया जा रहा था। इस विसर्जन जुलूस में अन्य वाहनों के साथ बाइक सवार भी शामिल थे। विनोद बाइक पर सवार था जो के ट्रैक्टर की चपेट में आ गया और उसकी मौत हो गई। घटना के बाद ट्रैक्टर मालिक सह मेले के आयोजन कर्ता के फेवर के चंद लोग सक्रिय हुए जो मृतक के परिजनों के साथ मामले को सलटाने में जुट गए। इसके बाद जाम स्थल के समीप एक स्कूल परिसर में दोनों पक्ष के लोग जुटे और ढाई घंटे तक चली पंचायत में एक लाख 61 हजार जुर्माना की राशि देकर मौत के संगीन मामले को निपटाया लिया गया। इसके बाद परिजन मानें और जाम समाप्त हो गया। मामले का रोचक पहलू यह रहा कि ढाई घंटे तक सड़क का आवागमन बाधित रहा और मृतक के परिजनों ने विनोद की हत्या कर शव को छिपाने का आरोप लगाते हुए प्रदर्शन करते रहे, लेकिन स्थानीय थाना पुलिस ने झांकने तक की जहमत नहीं उठाई। इस बाबत पूछने पर राजेश्वरी थानाध्यक्ष युगल किशोर ने बताया कि घटना या सड़क जाम की जानकारी मुझे नहीं है। वहीं छातापुर थानाध्यक्ष प्रमोद झा ने बताया कि मंगला हाट पर मेले के आयोजन को लेकर किसी प्रकार परमिशन नहीं लिया गया था। संदर्भ में पूछने पर भरगामा थानाध्यक्ष राजेश कुमार ने बताया कि शव का पोस्टमार्टम करवा कर परिजनों को सौंप दिया गया है। सड़क जाम की जानकारी उन्हें नहीं है। मृतक के परिजनों द्वारा आवेदन नहीं दिया गया है।