न्यूज स्कैन ब्यूरो, निर्मली (सुपौल)
मंगलवार की रात हुई तेज बारिश के बाद निर्मली थाना परिसर कुछ घंटे के लिए जलमग्न हो गया। बारिश का पानी थाना परिसर में इस कदर भर गया कि पूरा परिसर एक छोटी झील में तब्दील हो गया। सबसे चिंताजनक स्थिति यह रही कि थानाध्यक्ष कक्ष, हाजत और अन्य कार्यालयीन कमरों में घुटनों तक पानी जमा हो गया। इस जलजमाव के कारण थाना में पदस्थापित पुलिस अधिकारियों और जवानों को काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ा। थाने का फर्नीचर, फाइलें और आवश्यक दस्तावेज भी पानी की चपेट में आने का खतरा बना रहा। हाजत में पानी भर जाने से बंदियों की सुरक्षा और स्वास्थ्य को लेकर भी चिंता देखी गई।
स्थानीय लोगों और पुलिसकर्मियों का कहना है कि हर बार बारिश में ऐसी ही स्थिति उत्पन्न हो जाती है,और यह कोई नई समस्या नहीं है बल्कि वर्षों से यह स्थिति है।लेकिन अब तक कोई स्थायी समाधान नहीं निकाला गया है। जल निकासी की व्यवस्था ठप होने के कारण थोड़ी-सी भी बारिश में थाना परिसर जलभराव से जूझने लगता है। थाना जैसे संवेदनशील और महत्वपूर्ण स्थल पर इस प्रकार की स्थिति कही ना कही सवाल खड़ा कर दिया है। लोगों ने मांग की है कि प्रशासन जल्द से जल्द थाना परिसर की जल निकासी व्यवस्था की समस्या का स्थाई समाधान निकाले ताकि कानून-व्यवस्था के संचालन में कोई बाधा न आए।
मॉडल थाना की मांग अनसुनी, व्यवस्था जस की तस
निर्मली थाना को मॉडल थाना बनाए जाने की मांग वर्षों से उठती रही है, लेकिन अब तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया।भवन की स्थिति भी जर्जर होने लगा है,भवन में दरारें आ चुकी है।हर बारिश में थाना परिसर तालाब में बदल जाता है, जिससे पुलिसकर्मियों और फरियादियों दोनों को परेशानी होती है। हाजत तक में पानी भर जाना सुरक्षा के लिए भी खतरा है।स्थानीय लोगों का कहना है कि कई बार ज्ञापन दिए गए, लेकिन प्रशासनिक उपेक्षा अब भी जारी है।