भक्ति और आस्था से जगमगा उठा सुपौल, नवरात्रि के चौथे दिन देवी कूष्मांडा की पूजा

न्यूज स्कैन ब्यूरो, सुपौल

शारदीय नवरात्र के चौथे दिन जिलेभर के शक्ति मंदिरों में भक्तिमय वातावरण देखने को मिला। श्रद्धालुओं ने आदि शक्ति मां दुर्गा के चतुर्थ स्वरूप, देवी कूष्मांडा की पूजा अर्चना कर अपनी आस्था का परिचय दिया। सुबह से ही मंदिरों के बाहर भक्तों की लंबी कतारें लगीं और हर कोई विधि पूर्वक मां के दर्शन करने में जुटा रहा।
मंदिरों में सुबह और शाम आयोजित महा आरती में हजारों श्रद्धालु शामिल हुए। घंटा और शंख की ध्वनि के बीच सामूहिक आरती का दृश्य भक्तिभाव को और प्रदर्शित कर रहा था। नवरात्र के इस चौथे दिन देवी कूष्मांडा की पूजा से लोगों में सकारात्मक ऊर्जा और आध्यात्मिक उल्लास का संचार हुआ।

सुपौल शहर और ग्रामीण क्षेत्र के प्रमुख मंदिरों में पूजा पंडालों को भव्य थीम और सजावट के साथ तैयार किया गया है। मंदिर परिसर रोशनी और रंग-बिरंगी झांकियों से जगमगा उठा। प्रत्येक पंडाल में देवी के अलग-अलग स्वरूपों को दर्शाया गया है, जिससे श्रद्धालु न केवल पूजा में लीन हुए बल्कि शहर के उत्सव में भी भाग लेने का आनंद लिया।
जिला प्रशासन ने भी इस अवसर पर सुरक्षा और व्यवस्था के कड़े इंतजाम किए हैं। मंदिरों और पंडालों के आसपास पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी तैनात हैं, जिससे बड़ी संख्या में आने वाले श्रद्धालुओं की सुरक्षा सुनिश्चित हो रही है। यातायात प्रबंधन और भीड़ नियंत्रण के लिए विशेष व्यवस्था की गई है।
श्रद्धालुओं का मानना है कि देवी कूष्मांडा की पूजा से घर-परिवार में सुख-शांति, समृद्धि और स्वास्थ्य की प्राप्ति होती है। लोग न केवल व्यक्तिगत आस्था के लिए बल्कि सामूहिक उत्सव का आनंद लेने के लिए भी मंदिरों की ओर बढ़ रहे हैं।
सुपौल में शारदीय नवरात्र का यह पर्व केवल धार्मिक आस्था का प्रतीक नहीं, बल्कि जिले की सांस्कृतिक और सामाजिक एकता का संदेश भी देता है। मंदिर समितियों, प्रशासन और स्थानीय नागरिकों के संयुक्त प्रयास से यह पर्व सुचारू, सुरक्षित और भक्तिमय तरीके से मनाया जा रहा है। जिला मुख्यालय स्थित विभिन्न पूजा पंडालों का अनुमंडल पदाधिकारी इंद्रवीर कुमार ने निरीक्षण लिया।