प्राइमरी स्कूल की जमीन को दबंगों ने कब्जा किया, छात्र पेड़ के नीचे पढ़ने को मजबूर

विनय मिश्रा, सुपौल

छातापुर के ग्वालपाड़ा पंचायत में स्थित प्राइमरी स्कूल लक्ष्मी सरदार टोला, रतनसार अब छात्रों के लिए जर्जर हालात की निशानी बन चुका है। स्कूल की जमीन पर दबंगों के कब्जे के कारण भवन निर्माण पर रोक लगी हुई है, और छात्र पेड़ के नीचे बैठकर पढ़ाई करने को मजबूर हैं।

ग्रामीणों का आरोप है कि वर्ष 2010 में बने इस स्कूल में आज 142 छात्र पढ़ रहे हैं, लेकिन कोई स्थायी भवन नहीं होने के कारण उनकी पढ़ाई प्रभावित हो रही है। शौचालय और रसोईघर जैसी बुनियादी सुविधाओं का अभाव छात्रों और शिक्षकों दोनों के लिए संकट का कारण बन रहा है। मिड-डे-मील भी इसी अस्थायी, जर्जर भवन में चलानी पड़ रही है।

अतिक्रमण ने किया शिक्षा पर हमला

28 डिसमिल जमीन जो स्कूल भवन के लिए निर्धारित थी, वह अब अतिक्रमण का शिकार हो चुकी है। भूदाता के भाई का पोता इस जमीन पर कब्जा किए बैठा है, जिससे भवन निर्माण रोक के रखा गया है।

तीन शिक्षक 142 छात्रों के बोझ तले दबे

केवल प्रभारी एचएम समेत तीन शिक्षक 142 छात्रों को पढ़ा रहे हैं। ग्रामीणों का आरोप है कि सरकार करोड़ों रुपए खर्च कर शिक्षा में सुधार की बात करती है, लेकिन प्रशासन की निष्क्रियता ने इस स्कूल को विकास से कोसों दूर कर दिया है।

स्कूल के प्रभारी ने कई बार सीओ और शिक्षा विभाग को लिखित शिकायत दी, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। परिणामस्वरूप, छात्र पेड़ के नीचे पढ़ाई करने को विवश हैं।

ग्रामीण और अभिभावक प्रशासन से तुरंत अतिक्रमण हटाने और स्कूल भवन निर्माण की मांग कर रहे हैं। साथ ही, शौचालय, रसोईघर और पर्याप्त शिक्षकों की व्यवस्था करने की भी जोरदार अपील की गई है।