- कई भाषाओं की जननी है संस्कृत : प्राचार्या डॉ निशा झा
- भारतीय संस्कृति का मूल आधार है संस्कृत भाषा : प्राचार्या
भागलपुर। एसएम कॉलेज के जीएफ हॉल में बुधवार को संस्कृत विभाग की ओर से संस्कृत दिवस का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का उद्घाटन एसएम कॉलेज की प्राचार्या डॉ निशा झा, पूर्व प्रभारी प्राचार्य डॉ मुकेश कुमार सिंह, विभाग की हेड डॉ मधु कुमारी आदि ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर किया।
इस मौके पर प्राचार्या डॉ निशा झा ने कहा की यह अवसर संस्कृत भाषा के महत्व को मनाने और बढ़ावा देने का एक विशेष दिन है। यह दिन संस्कृत भाषा के अध्ययन, इसके सामाजिक-सांस्कृतिक महत्व और आधुनिक समय में इसकी प्रासंगिकता को उजागर करने के लिए मनाया जाता है। यह दिन संस्कृत भाषा के प्रति जागरूकता बढ़ाने और इसके संरक्षण को प्रोत्साहित करने का एक महत्वपूर्ण अवसर भी है। उन्होंने कहा की संस्कृत कई भाषाओं की जननी है। संस्कृत दिवस, भारत की विभिन्न संस्कृतियों को एक साथ लाने और उनमें एकता की भावना को बढ़ावा देने का एक अवसर है। संस्कृत हमारी भारतीय संस्कृति का आधार है। साथ ही संस्कृत भाषा भारतीय अध्यात्म का भी आधार है। संस्कृत भाषा का इतिहास बहुत पुराना है।
इस भाषा को आगे बढ़ाएं और अधिक लोकप्रिय बनायें।
संस्कृत विभाग की हेड डॉ मधु कुमारी ने प्राचार्या सहित अन्य अतिथियों का स्वागत संस्कृत के श्लोक से ही करते हुए कहा की संस्कृत हमारी समृद्ध सांस्कृतिक विरासत का एक अभिन्न अंग है। संस्कृत भारत की आत्मा है। संस्कृत की रक्षा करके ही हम अपने वैभव की रक्षा कर सकेंगे। इस दौरान उन्होंने संस्कृत भाषा की महत्ववता और प्रासंगिकता को रेखांकित किया।
मौके पर नव नामांकित छात्राओं का अभिनन्दन और सीनियर छात्राओं को फेयरवेल भी दिया गया।
प्राचार्या का स्वागत अंग वस्त्र, बुके और श्रीमदभगवदगीता की प्रति भेंट कर किया गया।
प्रथम सेमेस्टर की छात्रा प्रियंका ने गणेश वंदना से कार्यक्रम की शुरुआत की। स्नातक सेमेस्टर टू की छात्रा रुचिका, करीना और तुलसी ने संयुक्त रूप से गीता के 12 वें अध्याय का पाठ किया। प्रथम सेमेस्टर की छात्रा प्रियंका, रिया, प्रीति और संध्या ने संस्कृत में गीत की मनमोहक प्रस्तुति दी। अंजली और मधु ने संस्कृत में ही अपना परिचय दिया। सेमेस्टर फोर की छात्रा अदिति, संगीता और तनु ने मधुराष्ट्रम प्रस्तुत किया।
मंच संचालन सुरुचि ने किया। शांति मंत्र के साथ कार्यक्रम का समापन हुआ।
कार्यक्रम में संस्कृत विभाग की शिक्षिका डॉ गुड़िया कुमारी, माला सिन्हा, डॉ अनुराधा प्रसाद, डॉ अंजू कुमारी सहित कई विभागों के शिक्षक और छात्राएँ मौजूद रहे।