- कॉमिक बुक के माध्यम से किशोर छात्रों को भटकाव से रोकने और आत्मविश्वास बढ़ाने की नई मुहिम शुरू।
न्यूज स्कैन ब्यूरो, कटिहार
किशोर छात्रों के आत्म-सम्मान और जीवन कौशल को मजबूत करने के उद्देश्य से चल रही पहल का दायरा अब और विस्तृत हो गया है। पहले यह कार्यक्रम केवल 6वीं से 8वीं कक्षा के विद्यार्थियों के बीच संचालित होता था, लेकिन अब इसे 9वीं से 12वीं तक के छात्रों में भी लागू किया जाएगा।
इस कार्यक्रम के विस्तार की तैयारी के तहत पटना के होटल चाणक्य में दो दिवसीय मास्टर ट्रेनर प्रशिक्षण का आयोजन किया गया। इसमें कटिहार जिले से चार शिक्षक-शिक्षिकाओं ने हिस्सा लिया और मास्टर ट्रेनर के रूप में चयनित हुए। विप्लव कुमार,सुमित रंजन,प्रिया हालधर एवं मंजूषा सिन्हा ने मास्टर ट्रेनर का प्रशिक्षण लिया।
प्रशिक्षण में किशोरावस्था के बच्चों में आने वाले मनोवैज्ञानिक बदलाव, भावनात्मक प्रबंधन, आत्म-सम्मान बढ़ाने की तकनीकें और जीवन कौशल सिखाने के तरीकों पर विस्तार से मार्गदर्शन दिया गया।
प्रशिक्षण में शामिल मास्टर ट्रेनर विप्लव कुमार ने बताया कि “एडोलसेंट एज के दौरान बच्चों में कई तरह की भावनाएं और बदलाव आते हैं। इस आयु वर्ग में सही मार्गदर्शन और सकारात्मक माहौल बच्चों के आत्मविश्वास और व्यक्तित्व निर्माण में अहम भूमिका निभाता है। यह पहल छात्रों को स्वयं की पहचान समझने, आत्म-सम्मान विकसित करने और जीवन की चुनौतियों से निपटने के लिए तैयार करती है।”
विशेष बात यह है कि इस कार्यक्रम के तहत कॉमिक बुक के माध्यम से भी संदेश दिए जाएंगे। यह कॉमिक बुक किशोर छात्रों को रोचक तरीके से जोड़ने के साथ-साथ उन्हें भटकाव से रोकने और सकारात्मक सोच विकसित करने में मदद करेगी।
जिला स्तर पर अब योजना है कि उच्च विद्यालयों से भी एक-एक शिक्षक/शिक्षिका को प्रशिक्षित किया जाए, ताकि इस पहल का लाभ अधिक से अधिक छात्रों तक पहुंचे। आने वाले महीनों में अलग-अलग चरणों में प्रशिक्षण आयोजित किए जाएंगे। शिक्षा विभाग का मानना है कि इस प्रयास से न केवल छात्रों की पढ़ाई में सुधार होगा, बल्कि उनके सामाजिक और भावनात्मक विकास में भी उल्लेखनीय प्रगति होगी।