न्यूज स्कैन ब्यूरो, पूर्णिया
एयरपोर्ट फॉर पूर्णिया एंड डेवलपमेंट फॉर पूर्णिया प्रमंडल और पूर्णिया सिविल सोसाइटी के संयुक्त तत्वावधान में शनिवार को अंबेडकर भवन में एकदिवसीय भूख हड़ताल का आयोजन किया गया। आयोजन की शुरुआत में सदस्यों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का पूर्णिया में एयरपोर्ट के लिए धन्यवाद ज्ञापित किया। इसके साथ ही प्रतिभागियों ने क्षेत्र के सर्वांगीण विकास को लेकर चार प्रमुख मांगों को बुलंद किया। लोगों ने मांग की है कि प्रधानमंत्री अपनी पूर्णिया यात्रा के क्रम में इन मांगों पर संवेदनशील रुख दिखाएं और उचित घोषणा करें।
पहली मांग पूर्णिया में मखाना बोर्ड की स्थापना की रही। सदस्यों ने कहा कि दरभंगा की तुलना में पूर्णिया में मखाना बोर्ड की स्थापना अधिक न्यायोचित और व्यवहारिक है। पूर्णिया स्थित एग्रीकल्चर कॉलेज का परिसर इस कार्य के लिए बेहतर इंफ्रास्ट्रक्चर, वैज्ञानिक टीम और संसाधनों के साथ उपयुक्त विकल्प है। दूसरी प्रमुख मांगों में हाईकोर्ट बेंच की स्थापना पूर्णिया में हो यह बात रही। समाज के लोगों ने पूर्णिया प्रमंडल में हाईकोर्ट बेंच की मांग को दोहराते हुए कहा कि यह इलाका पटना हाईकोर्ट से सर्वाधिक दूर है। इस बेंच की स्थापना से कोसी, सीमांचल, भागलपुर, बांका और खगड़िया जिलों के करोड़ों लोगों को न्याय और सुविधा मिल सकेगी। तीसरी मांग पूर्णिया कोर्ट में वाशिंग पिट का निर्माण की रही। यह काफी पुरानी मांग है। ईस्टर्न सेंट्रल रेलवे के इस अंतिम स्टेशन पर वाशिंग पिट की आवश्यकता लंबे समय से महसूस की जा रही है। रेलवे बोर्ड में मामला वर्षों से लंबित है। इस मांग की पूर्ति से पूर्णिया रेलवे के प्रति सकारात्मक संदेश जाएगा। इसके अलावा जोगबनी से पटना वंदे भारत ट्रेन का परिचालन की मांग भी क्षेत्र के लोगों ने की है। कहा गया कि वंदे भारत ट्रेन के संचालन से जोगबनी, कटिहार के साथ-साथ नेपाल के यात्रियों को भी लाभ होगा। इससे इस क्षेत्र के विकास को नई गति मिल सकेगी।
इस अवसर पर आंदोलन का नेतृत्व करने वालों में कई सामाजिक, राजनीतिक और कानूनी क्षेत्र के प्रमुख नाम शामिल रहे। प्रमुख रूप से विजय कुमार श्रीवास्तव (उपाध्यक्ष, एयरपोर्ट फॉर पूर्णिया एंड डेवलपमेंट फॉर पूर्णिया प्रमंडल; संरक्षक, पूर्णिया सिविल सोसाइटी), अरविंद कुमार सिंह (अध्यक्ष, एयरपोर्ट फॉर पूर्णिया एंड डेवलपमेंट फॉर पूर्णिया प्रमंडल; उपाध्यक्ष, पूर्णिया सिविल सोसाइटी), दिलीप कुमार चौधरी(महासचिव, पूर्णिया सिविल सोसाइटी), अरविंद कुमार झा (उपाध्यक्ष, पूर्णिया सिविल सोसाइटी), पल्लवी गुप्ता (उपमेयर), अरविंद कुमार उर्फ भोला साह (समाजसेवी), सुदीप रॉय (वरिष्ठ अधिवक्ता), सुमन जी प्रकाश (सचिव, जिला अधिवक्ता संघ), शंकर प्रसाद दास (संस्थापक, बाबा साहब डॉ. भीमराव अंबेडकर सेवा संस्थान), अधिवक्ता गौतम वर्मा, शिवानंद झा, दुर्गाकांत झा, संजय कुमार झा, सुजीत कुमार चौधरी, डॉ. सत्येंद्र कुमार सिन्हा, चंद्रशेखर दास, अजयकांत झा, जावेद अंजुम, सृजन चक्रवर्ती, एके बॉस, नवल किशोर साह, इस्लामुद्दीन, विकास कुमार झा, मनीष कुशवादा, मुकेश श्रीवास्तव, अनुज कुमार चांद, विजय कुमार, सुरेश कुमार रॉय, अमरेंद्र कुमार सिंह, अभिमन्यु कुमार मन्नू, रमेश प्रसाद सिंह, अमित प्रसाद चौरसिया, संजय कुमार रेणु, मो. वाहेद आलम, प्रहलाद कुमार, अविनाश पासवान, जिन्नत लाल राम, ओमप्रकाश सिंह, देवेंद्र चौधरी, अरुण कुमार वर्मा, डॉ. शंभुलाल वर्मा, दिनेश कुमार दिनकर, अखिलेश कुमार, मनीष कुमार भारती, सुरज कुमार सिंह, डॉ. संजीव कुमार आदि शामिल रहे।
पूर्णिया में मखाना बोर्ड, हाईकोर्ट बेंच और वंदे भारत ट्रेन सहित कई मांगों को लेकर एकदिवसीय भूख हड़ताल
