न्यूज स्कैन ब्यूरो, पटना/पूर्णिया
बिहार के सीमांचल क्षेत्र के लोगों के लिए एक बड़ी खुशखबरी है। पूर्णिया का नया एयरपोर्ट अब 15 अगस्त को उद्घाटन के लिए तैयार है। इसके लिए तैयारियां अंतिम चरण में हैं। इस एयरपोर्ट के शुरू होते ही पूर्णिया सहित 13 जिलों को हवाई मार्ग से जोड़ने की दिशा में बड़ा कदम माना जा रहा है। इसके साथ ही यह एयरपोर्ट राज्य के पूर्वी हिस्से के आर्थिक विकास की संभावनाओं को भी नया आयाम देगा।
निर्माण कार्य तेज़, केंद्र और राज्य सरकार की कड़ी निगरानी
बिहार विधानसभा चुनाव को देखते हुए केंद्र और राज्य सरकार ने पूर्णिया एयरपोर्ट पर एयर सेवा शुरू करने की तैयारियों में तेजी ला दी है। हाल ही में एक उच्चस्तरीय समीक्षा बैठक भी हुई, जिसमें टर्मिनल बिल्डिंग, मुख्य सड़क से एप्रोच रोड, सिविल एन्क्लेव के रास्ते और 15 एकड़ अतिरिक्त ज़मीन के अधिग्रहण जैसे अहम मुद्दों पर चर्चा हुई।
पप्पू यादव ने एयरपोर्ट को बताया “सपनों की उड़ान”
पूर्णिया के सांसद पप्पू यादव ने एयरपोर्ट निर्माण कार्य की प्रगति की समीक्षा के लिए भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण (AAI) के वरिष्ठ अधिकारियों से मुलाकात की। उन्होंने 15 अगस्त तक सभी यात्री सेवाओं को शुरू करने का निर्देश दिया। उन्होंने ज़ोर देते हुए कहा कि यह एयरपोर्ट केवल एक निर्माण परियोजना नहीं, बल्कि सीमांचल और कोसी के करोड़ों लोगों की “सपनों की उड़ान” है।
क्या है लागत और खासियत
भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण (AAI) के अनुसार, टर्मिनल बिल्डिंग का निर्माण ₹33.99 करोड़ की लागत से हुआ है, जो पहले के अनुमानित ₹44.15 करोड़ से 23% कम है। एयरपोर्ट में आधुनिकतम सुविधाएं होंगी और यह आने वाले 30 से 40 वर्षों तक यात्री दबाव को संभालने में सक्षम होगा। यहां 5 एयरोब्रिज लगाए जा रहे हैं, जिससे यात्रियों को बेहतर सुविधा और सीधी कनेक्टिविटी मिलेगी।
स्थानीय लोगों में उत्साह
पूर्णिया एयरपोर्ट के खुलने की खबर से स्थानीय नागरिकों और प्रवासी बिहारियों में भी खासा उत्साह है। यह एयरपोर्ट सीमांचल, कोसी और मिथिलांचल क्षेत्रों के लिए न केवल हवाई यात्रा की शुरुआत करेगा, बल्कि व्यापार, निवेश और पर्यटन को भी गति देगा।