प्रसूता की मौत पर हंगामा: सरकारी से निजी अस्पताल भेजा, सिजेरियन के दौरान मौत, नेपाल रेफर कर दी गई लाश

न्यूज स्कैन ब्यूरो, अररिया

फारबिसगंज में स्वास्थ्य व्यवस्था की लापरवाही एक बार फिर सवालों के घेरे में है। फारबिसगंज के राम मनोहर लोहिया रोड स्थित निजी अस्पताल मुस्कान हॉस्पिटल में सिजेरियन ऑपरेशन के दौरान एक प्रसूता की मौत हो गई। मृतका की पहचान काजल कुमारी, पति मनोहर साह, निवासी भागकोहलिया, वार्ड संख्या-14, फारबिसगंज के रूप में हुई है।

परिजनों के अनुसार, बुधवार रात प्रसव पीड़ा के चलते काजल को फारबिसगंज अनुमंडलीय अस्पताल ले जाया गया था। वहां मौजूद दलालों ने परिजनों को बरगलाकर उसे ‘सीरियस केस’ बताकर निजी अस्पताल मुस्कान हॉस्पिटल भेज दिया। यह अस्पताल डॉ. शीला कुमारी कुंवर का है, जो स्वयं सरकारी अस्पताल में भी पदस्थापित हैं।

मुस्कान हॉस्पिटल में भारी भरकम रकम वसूली गई — कुछ नकद, तो कुछ ऑनलाइन। ऑपरेशन के दौरान एक बच्ची ने जन्म लिया, लेकिन प्रसूता की हालत बिगड़ने लगी। अस्पताल प्रबंधन ने पांच यूनिट ब्लड लाने को कहा, परिजन ब्लड की व्यवस्था में लगे ही थे कि अचानक अस्पताल की एम्बुलेंस से मरीज को ‘सीरियस’ कहकर नेपाल के एक निजी अस्पताल भेज दिया गया।

नेपाल पहुंचते ही वहां के चिकित्सकों ने बताया कि प्रसूता की मौत पहले ही हो चुकी थी। इसके बाद गुरुवार को परिजन शव लेकर फारबिसगंज लौटे और अस्पताल प्रशासन पर लापरवाही, गड़बड़ी और आर्थिक शोषण का आरोप लगाया।

मृतका के पिता दिनेश साह और मां ने अस्पताल पर धोखे से पैसे वसूलने और ऑपरेशन में लापरवाही बरतने का आरोप लगाया है। परिवार का कहना है कि ना तो डॉक्टर शीला कुंवर ने फोन उठाया, और ना ही अस्पताल की ओर से कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया आई है।

सूचना मिलने पर फारबिसगंज थानाध्यक्ष राघवेंद्र कुमार सिंह, अपर थानाध्यक्ष आदित्य किरण, और एसआई राजनंदिनी सिन्हा अस्पताल पहुंचकर मामले की जांच में जुट गए हैं।

सूत्रों का दावा है कि इस मामले को “मैनेज” करने की भी कोशिशें हो रही हैं, लेकिन मृतका के पिता और पति ने ऐसे किसी भी प्रयास से इनकार किया है।

मृतका काजल की शादी 2021 में हुई थी। उसका एक बेटा पहले से था और बुधवार रात को बेटी ने जन्म लिया था।