न्यूज स्कैन रिपाेर्टर, भागलपुर
कहलगांव स्थित जंगलगोपाली ट्रैक लाइन के पास N.T.P.C. प्रबंधन और झारखंड मजदूर कल्याण संघ के प्रतिनिधियों के बीच MGR (Merry Go Round) कामगारों की हड़ताल समाप्त करने हेतु महत्वपूर्ण सहमति-पत्र पर बुधवार को हस्ताक्षर किए गए। सभी कामगार इस समझौते के बाद काम पर लौट गए हैं। यह समझौता विगत सोमवार से जारी काम बंद आंदोलन को समाप्त करने की दिशा में एक निर्णायक कदम है।
मालूम हो कि झारखंड मजदूर कल्याण संघ के बैनर तले एमजीआर में कार्यरत करीब 500 गेट मैन, गैंग मैन, पेट्रोलिंग गार्ड और अन्य श्रमिकों ने कामकाज ठप कर दिया था। गत सोमवार को हड़ताल की घोषणा करते हुए मजदूरों ने एमजीआर लाइन पर झंडा गाड़कर आंदोलन की शुरुआत कर दी थी।
संघ के नेताओं का कहना था कि 22 जुलाई को एनटीपीसी प्रबंधन और श्रमिक संघ के बीच यह स्पष्ट समझौता हुआ था कि सभी कर्मचारियों को हर माह की 10 तारीख तक वेतन भुगतान किया जाएगा। बावजूद इसके, सेक्शन टू के कामगारों को बीते दो माह से वेतन नहीं मिला है।
सहमति-पत्र के प्रमुख बिंदु निम्नलिखित हैं:
- वेतन भुगतान सुनिश्चित:
MGR ट्रैक लाइन से संबंधित सभी कामगारों का जुलाई माह का वेतन 16 अगस्त 2025 तक भुगतान कर दिया जाएगा। यदि किसी कारणवश ऐसा संभव नहीं हो पाता, तो N.T.P.C. प्रबंधन 22 अगस्त 2025 तक अपने स्तर पर वेतन का भुगतान करेगा। - पूर्व एकरारनामे की प्रगति पर बैठक:
दिनांक 22 जुलाई 2025 को डेहरी केबिन के पास प्रबंधन और संघ के प्रतिनिधियों के बीच किए गए पूर्व एकरारनामे की प्रगति हेतु 10 दिनों के भीतर एक संयुक्त बैठक आयोजित की जाएगी, जिसकी तिथि दोनों पक्ष आपसी सहमति से तय करेंगे। - हड़ताल अवधि का वेतन विवाद समाधान:
हड़ताल अवधि के वेतन भुगतान से संबंधित जिन कामगारों की समस्या है, उनका समाधान D-G.M. स्तर के अधिकारी करेंगे। इस हेतु कामगारों को D-G.M. साहब से संपर्क स्थापित कर MGR के वरीय अधिकारियों के माध्यम से समाधान कराया जाएगा। - आपसी सामंजस्य और वचनबद्धता:
N.T.P.C. प्रबंधन और कामगारों के बीच आपसी सामंजस्य बनाए रखने पर सहमति बनी। दोनों पक्षों ने यह भी वचन दिया कि भविष्य में कोई पक्ष एक-दूसरे के विरुद्ध कानूनी कार्यवाही नहीं करेगा तथा सभी कामगार पूरी निष्ठा और ईमानदारी से कंपनी के कार्य में संलग्न रहेंगे।
संघ ने कहा कि यह सहमति-पत्र एक सकारात्मक पहल है, जिससे न केवल औद्योगिक शांति स्थापित होगी, बल्कि श्रमिकों और प्रबंधन के बीच विश्वास भी मजबूत होगा। इस मौके पर एनटीपीसी के कई अधिकारी और बड़ी संख्या में कामगार मौजूद रहे।