मुंगेर । पुलिस पर जहां आम जनता की सुरक्षा की जिम्मेदारी है,वही अगर वह खुद सुरक्षित नहीं है तो उसे आप क्या कहेंगे। ऐसा ही एक मामला मुंगेर जिला के जमालपुर से आया है जंहा बीएसएपी 9 जमालपुर में पदस्थापित जहानाबाद जिले के सिपाही संतोष कुमार को विभाग के ही कुछ लोगों ने साजिश के तहत जान से मारने की नीयत से रविवार की रात्रि दौलतपुर दुर्गा मंदिर के समीप हथियार के बल पर हाथ में जंजीर, पैर में रस्सी और मुंह और आंख पर पट्टी बांधकर जमालपुर मुंगेर रेलवे ट्रैक पर फेंक दिया। स्थानीय लोगों ने जब अचेत अवस्था में रेलवे पटरी पर संदिग्ध अवस्था में देखा तो इसकी सूचना डायल 112 को दी। डायल 112 की टीम मोके पर पहुंची और जवान पैर एवं आंख की पट्टी खोलकर जमालपुर थाना ले गई। पूरी जानकारी लेने के बाद जवान को बीएसएपी 9 परिसर ले जाकर पदाधिकारी के उपस्थिति में हाथों में लगे जंजीर को तोड़ा। पूरे घटनाक्रम की जानकारी समादेष्टा को देते हुए पीड़ित जवान को रात्रि में उसके घर पहुंचा दिया गया।
जवान संतोष कुमार ने बताया कि वे रविवार शाम सब्जी-फल लेकर अपने आवास लौट रहे थे। दौलतपुर दुर्गा मंदिर के पास रेलवे ट्रैक पार करने के बाद 6 अज्ञात बदमाश उनके पीछे लग गए। जैसे ही वे मुंगेर-भागलपुर रेलवे पुल के पास पहुंचे, दो लोगों ने उनकी गर्दन का कॉलर पकड़ लिया और पिस्टल तान दी। उन्होंने हाथ जोड़कर जान बख्शने की गुहार लगाई, लेकिन बदमाशों ने उनके हाथ में लोहे का सिंकर (ताला) लगाकर, मुंह में कपड़ा बाँधकर रेलवे ट्रैक पर फेंक दिया।घटना के बाद एक राहगीर ने उन्हें कराहते और चिल्लाते देखा। उसने डायल 112 पर कॉल किया। पुलिस मौके पर पहुंची और उन्हें उनके आवास पर पहुंचाया। घर पहुंचते ही जवान ने पूरे घटनाक्रम की जानकारी समादेष्टा और सहायक समादेष्टा को दी।संतोष कुमार ने जिन पुलिसकर्मियों पर आरोप लगाया है, उनके नाम हैं – विनोद राम, प्रमोद , सिकंदर दास, मो. वसीम, राहुल कुमार, निरंजन कुमार, सुमन कुमारी सिंह, अजीत कुमार सिंह, सुदामा कुमार गुप्ता, निर्भय कुमार, गोपाल कुमार सिंह, चिंटू कुमार और प्रदीप कुमार। उन्होंने कहा कि ये सभी पुलिसकर्मी साजिश में शामिल थे।
इधर जमालपुर थानाध्यक्ष राजेश कुमार ने कहा पीड़ित पुलिस जवान के आवेदन पर 12 पुलिस जवानों और 6 अज्ञात के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज कर ली गई है। एसपी सैयद इमरान मसूद ने बताया की पुलिसकर्मी के आवेदन पर प्राथमिकी दर्ज कर ली गई है और सदर एसडीपीओ अभिषेक आनंद के नेतृत्व में एक टीम का गठन किया गया है।उन्होंने कहा इस घटना को लेकर गहन जाँच की जाएगी जल्द ही इस मामले का उदभेदन किया जायेगा।