नेपाल के आधा दर्जन जेल से कैदी भागे, नक्खू, महोतरी के जलेश्वर,पोखरा,झुमका,सप्तरी जेल से कैदी हुए फरार,कैदियों के फरार को लेकर बॉर्डर पर एसएसबी जवान मुस्तैद

न्यूज स्कैन ब्यूरो, अररिया
नेपाल में जेन जी का प्रदर्शन हिंसक रूप लिया।फलस्वरूप सत्ता का तख्ता पलटने के साथ ही नेपाल में विधि व्यवस्था की समस्या और अराजकता की स्थिति उत्पन्न हो गई है।जेन जी से जुड़े नेपाली जनता कर्फ्यू के बावजूद दिन हो या रात सड़क पर उतरकर प्रदर्शन की।काठमांडू से लेकर विराटनगर,बीरगंज,राजविराज, दुहबी, इटहरी,कप्तानगंज,दीवानगंज तक में कोई भी ऐसा पहाड़ी या तराई इलाका नहीं है,जहां प्रदर्शन,तोड़फोड़ और आगजनी नहीं हुआ हो।इस बीच नेपाल के विभिन्न जिलों के जेलों को भी प्रदर्शनकारियों ने टार्गेट किया।काठमांडू के नक्खू, महोतरी जिला का जलेश्वर स्थित जेल,पोखरा जेल, रोतहट के गौर जिले के साथ ही अररिया जिला से सटे सुनसरी जिले के झुमका जेल,सप्तरी जिला जेल पर हमला कर हजारों की संख्या में कैदियों को भगा दिया गया।जोगबनी सीमा से महज छह किलोमीटर दूर विराटनगर जेल ब्रेक की भी बुधवार दोपहर को कोशिश की गई,लेकिन नेपाल सेना ने मोर्चा संभालते हुए उसे नाकाम कर दिया।प्रदर्शनकारियों के जेल में घुसने के बाद सुरक्षाकर्मी पीछे हट गए।जिसका फायदा उठाकर जेल में बंद बंदी आराम से बाहर निकल गए।काठमांडू के नक्खू जेल को प्रदर्शनकारियों ने आग के हवाले कर दिया।पूर्व गृह मंत्री रवि लामिछाने इसी जेल में बंद थे,जिसे उनके समर्थकों ने घर पहुंचाया।फरार होते समय कैदी अपने निजी समान के साथ जेल के समानों के साथ जेल से असलहों को भी अपने साथ लेकर निकल गए।
जोगबनी सीमा से करीबन 23 किलोमीटर की दूरी पर स्थित सुनसरी जिला के झुमका जेल और सप्तरी जिला में भी प्रदर्शनकारियों ने हमला कर कैदी को अपने साथ छुड़ाकर ले गए।झुमका जेल के जेलर सुवास लामिछाने ने जेल से बंदियों के फरार होने की पुष्टि की है।

जेलर सुवास लामिछाने के अनुसार,देर रात जेन जी प्रदर्शनकारियों के नाम पर पहुंचे उपद्रवियों का एक समूह जेल पर हमला कर कैदी को बाहर निकालकर अपने साथ ले गए। जेल में दो ब्लॉक ए और बी में कुल 1098 बंदियों के होने की जानकारी उन्होंने दी। जेलर सुवास लामिछाने के अनुसार, समूह के द्वारा बल प्रयोग कर बंदियों को भगाया है।जेल से अधिकांश कैदी भाग चुके हैं और कई कैदी अपने साथ जेल के समानों के साथ हथियार भी लेकर चले गए।स्थिति अनियंत्रित होने के बाद सेना को सूचना दी गई, जिसके बाद बुधवार सुबह कुछ कैदी को वापस लाया गया है। झुमका जेल में बुधवार की सुबह परेड के बाद जेल से 1576 कैदियों के फरार होने की बात जेलर ने कही।उन्होंने स्थिति को सामान्य करने का प्रयास किए जाने की बात कही।मंगलवार को मोरंग जिले के इलाका पुलिस कार्यालय पथरी और उर्लाबारी में हाजत में बंद रहे सभी कैदी को जेन जी के नाम से आए उपद्रवियों के समूह ने भगा दिया और थाना के सभी अभिलेख को आग के हवाले कर दिया गया।
नेपाल में जेल ब्रेक के बाद बाहर आए कई कैदियों को भारतीय सीमा में प्रवेश करने के दौरान सुरक्षाकर्मियों ने पकड़ा।एसएसबी जवानों ने भी दर्जनों बंदियों को पकड़कर नेपाल पुलिस और सेना के हवाले किया है।जेल ब्रेक की घटना के बाद बॉर्डर पर सुरक्षा बढ़ा दी गई है।बॉर्डर पर बड़ी संख्या में एसएसबी जवानों को प्रतिनियुक्त कर दिया गया है और किसी भी नेपाल की ओर से आने वाले लोगों को भारतीय सीमा क्षेत्र में प्रवेश करने नहीं दिया जा रहा है।भारतीय बॉर्डर को सील कर दिया गया है।
इस बीच नेपाल सेना प्रमुख जनरल अशोक राज सिगडेल ने प्रदर्शनकारियों को सख्त चेतावनी दी है।जिसमें उन्होंने राष्ट्रीय संपत्ति को नुकसान नहीं पहुंचाने की सख्त हिदायत दी।नेपाल सेना की ओर से सीमा पार विराटनगर में बुधवार को भी कर्फ्यू रही।
इस बीच सुनसरी जिला के झुमका जेल से कैदियों के फरार होने के बाद अररिया जिला प्रशासन पूरी तरह अलर्ट है।डीएम अनिल कुमार,एसपी अंजनी कुमार,एसएसबी 56 वीं बटालियन के कमांडेंट शाश्वत कुमार बीते देर शाम तक जोगबनी मुख्य सीमा पर कैंप कर एसएसबी और पुलिस अधिकारियों को निर्देशित करते रहे।जेल ब्रेक के बाद नेपाल से आने वाले संदिग्धों पर कड़ी नजर रखने और उसकी मुकम्मल जांच का आदेश एसएसबी जवानों और पुलिस अधिकारियों को दिया गया है।