महाष्टमी पर उमड़ेगी श्रद्धा की बयार, मां के खोईछा में भरी जाएगी मंगलकामना, कन्या पूजन से मिलेगा आशीर्वाद

न्यूज स्कैन ब्यूरो, सुपौल

शारदीय नवरात्र का महत्त्वपूर्ण दिन महाष्टमी मंगलवार को पूरे जिले में श्रद्धा और आस्था के साथ मनाया जाएगा। इस अवसर पर भक्त उपवास रखकर मां दुर्गा की पूजा-अर्चना करेंगे। परंपरा के अनुसार, अपने परिवार की सुख-समृद्धि और मंगलकामना के लिए श्रद्धालु मां दुर्गा का खोईछा भरेंगे। साथ ही कन्या पूजन कर माता के आशीर्वाद का लाभ प्राप्त करेंगे।
जिले के प्रमुख पूजा पंडालों में आदिशक्ति मां दुर्गा की प्रतिमाएं भव्य स्वरूप में विराजमान की गई हैं। कहीं प्राकृतिक तो कहीं आध्यात्मिक थीम पर सजाए गए ये पंडाल भक्तों के आकर्षण का केंद्र बने हुए हैं। प्रकाश व्यवस्था, सजावट और झांकियों से सजे ये पंडाल न सिर्फ धार्मिक महत्व दर्शा रहे हैं, बल्कि सामाजिक और सांस्कृतिक संदेश भी दे रहे हैं।
महाष्टमी को लेकर जिला प्रशासन ने भी विशेष तैयारी की है। श्रद्धालुओं की भीड़ और उनकी सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए पूरे शहर का रूट मैप तैयार किया गया है। प्रमुख मार्गों पर दंडाधिकारी और सुरक्षा बलों की तैनाती की गई है। जगह-जगह पुलिस बल सक्रिय रहेगा ताकि श्रद्धालुओं को किसी तरह की असुविधा न हो। वहीं, यातायात व्यवस्था को भी नियंत्रित करने के लिए अलग-अलग मार्गों का निर्धारण किया गया है।
पंडालों में भीड़ प्रबंधन के लिए स्वयंसेवक और पूजा समिति के सदस्य लगातार सक्रिय रहेंगे। जिला प्रशासन ने श्रद्धालुओं से अपील की है कि वे निर्धारित मार्ग का पालन करें और किसी भी तरह की अफवाह या भीड़भाड़ से बचें। सुरक्षा के मद्देनज़र सीसीटीवी कैमरों की भी व्यवस्था की गई है।
महाष्टमी का उपवास नवरात्रि का सबसे पवित्र और महत्वपूर्ण दिन माना जाता है। इस दिन श्रद्धालु मां दुर्गा की असीम शक्ति की आराधना करते हैं। कन्या पूजन के दौरान कन्याओं को देवी स्वरूप मानकर उन्हें भोजन और उपहार दिए जाते हैं। धार्मिक मान्यता है कि कन्या पूजन से मां दुर्गा प्रसन्न होती हैं और घर-परिवार पर अपनी कृपा बरसाती हैं।
जिले भर में वातावरण मंगलवार को पूरी तरह भक्तिमय रहेगा। पंडालों में गूंजते मंत्रोच्चार, ढोल-नगाड़ों की थाप और सामूहिक आरती जिलेवासियों को अद्भुत आध्यात्मिक अनुभव प्रदान करेंगे। महाष्टमी का यह पर्व आस्था, भक्ति और सामूहिकता का संगम बनकर लोगों के जीवन में नई ऊर्जा और सकारात्मकता का संचार करेगा।