न्यूज स्कैन ब्यूरो, पटना
लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के सांसद और चिराग पासवान के बहनोई अरुण भारती ने एनडीए में सीट बंटवारे को लेकर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने साफ कहा कि अगर 2019 के लोकसभा चुनाव में जेडीयू को 17 सीटें मिल सकती हैं, तो 2024 के चुनाव में एलजेपी (रामविलास) को भी अधिक सीटों का हक बनता है, क्योंकि पार्टी का जनाधार लगातार बढ़ा है।
मीडिया को लिखी खुली बात
अरुण भारती ने सोशल मीडिया पर पोस्ट करते हुए कहा कि मीडिया का एक वर्ग जब यह सवाल उठाता है कि बिहार विधानसभा में एलजेपी (रामविलास) का एक भी विधायक नहीं है, तो वह केवल सतही राजनीति समझ रहा है। उन्होंने तर्क दिया कि 2014 में पार्टी ने 2 सांसद जीताए थे और 2019 में भी पार्टी का प्रदर्शन दमदार रहा। ऐसे में यह मान लेना कि पार्टी का प्रभाव घट गया है, पूरी तरह गलत है।
संगठन और जनता का भरोसा
भारती ने दावा किया कि एलजेपी (रामविलास) की जमीनी पकड़, संगठन की मजबूती और जनता का बढ़ा हुआ विश्वास इस बात का सबूत है कि पार्टी आने वाले लोकसभा और विधानसभा चुनावों में अहम भूमिका निभाएगी। उन्होंने कहा कि “सीमित सीटों तक पार्टी को बांधकर देखना ठीक नहीं है। जनता का अपार समर्थन और कार्यकर्ताओं की निष्ठा इस बात का प्रमाण है कि पार्टी को ज्यादा हिस्सेदारी मिलनी चाहिए।”
जेडीयू से तुलना
अरुण भारती ने उदाहरण देते हुए कहा, “जब 2019 में जेडीयू को 17 सीटें मिल सकती हैं, तो हमारी पार्टी को क्यों नहीं? हमारी पार्टी का आधार बड़ा है और लगातार मजबूत हो रहा है।” उनका यह बयान साफ संकेत देता है कि एलजेपी (रामविलास) आगामी चुनाव में एनडीए गठबंधन से सम्मानजनक सीटों की हिस्सेदारी चाहेगी।
एनडीए में बढ़ेगी खींचतान?
राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि अरुण भारती का यह बयान आने वाले दिनों में एनडीए में सीट बंटवारे को लेकर खींचतान को और तेज कर सकता है। जहां जेडीयू और भाजपा पहले से ही सीटों के फार्मूले पर माथापच्ची कर रहे हैं, वहीं अब एलजेपी (रामविलास) की आक्रामक दावेदारी समीकरण को और पेचीदा बना सकती है।