मिथिला का लोकपर्व कोजगरा की धूम, नवविवाहितों में दिखा उत्साह

लोगों ने की मां लक्ष्मी की आराधना, प्रसाद के रूप में बांटे गए पान-माखन और लड्डू

सदर प्रखंड के वीणा बभनगामा में हर्षोल्लास से मनाया जा रहा है कोजगरा महोत्सव

न्यूज स्कैन ब्यूरो, सुपौल

मिथिलांचल का लोक पर्व कोजगरा सहित लक्ष्मी पूजा सोमवार को धूमधाम से मनाई गई। इसको लेकर नवविवाहितों में खासा उत्साह देखा गया। माता लक्ष्मी की मूर्ति की पंडित ने वैदिक मंत्रोच्चारण के साथ प्राण-प्रतिष्ठा किया। नवविवाहितों के यहां पान-माखन और लड्डू बांटे गए। लोगों ने मां लक्ष्मी की आराधना कर सुख-समृद्धि की कामना की। लोगों का मानना है कि कोजगरा की रात चंद्रमा से अमृत की बूंदें टपकती है। पान माखन को समृद्धि, सौभाग्य और सम्मान का प्रतीक माना जाता है। नवरात्रि के ठीक 5वें दिन आश्विन पूर्णिमा को कोजगरा होता है।

वीणा बभनगामा में तीन दिवसीय कजोगरा महोत्सव का आगाज :

सदर प्रखंड के वीणा बभनगामा में कजोगरा पर्व बड़े ही धूमधाम से मनाया जाता है। यहां तीन दिवसीय कजोगरा महोत्सव सोमवार से शुरू हो गया। पुस्तकालय प्रांगण और मध्य विद्यालय कैम्पस में मां लक्ष्मी सहित अन्य देवी-देवताओं की मूर्ति स्थापित की गई है। राष्ट्रीय नाट्य परिषद के सचिव चंद्रशेखर झा, अध्यक्ष बांके बिहारी मिश्र और कोषाध्यक्ष जितेंद्र कुमार झा ने बताया कि यहां वर्ष 1957 से हर साल दिन दिवसीय कोजगरा महोत्सव का आयोजन किया जा रहा है। अबकी बार कोजगरा की रात मैथिली नाटक उगना का मंचन किया जाएगा। मंगलवार की रात सत्य हरिश्चंद्र और बुधवार की रात कलिंग विजय का मंचन होगा। उन्होंने बताया कि आसपास से बड़ी संख्या लोग नाटक व सांस्कृतिक कार्यक्रम देखने के लिए आते हैं। कोजगरा वीणा बभनगामा की धरोहर है। जिला मुख्यालय के कोसी रोड में भी प्रतिमा स्थापित कर पूजा अर्चना की गई।