किशनगंज पुलिस की बड़ी सफलता: मोटरसाइकिल लूट और थानाध्यक्ष हत्याकांड में फरार अभियुक्त गिरफ्तार

न्यूज स्कैन ब्यूरो । किशनगंज

किशनगंज जिले के थाना क्षेत्र अंतर्गत ढ़ेकसारा चाय बगान में 10 अप्रैल 2021 को हुई मोटरसाइकिल लूट और पांजीपाड़ा (पश्चिम बंगाल) में तत्कालीन थानाध्यक्ष अश्विनी कुमार की निर्मम हत्या के मामले में किशनगंज पुलिस ने एक और सफलता हासिल की है। पुलिस ने इस कांड में फरार चल रहे मुख्य अभियुक्त मो. याकुब, पुत्र लतीफुर, निवासी पांतापाड़ा ग्वालपोखर, उत्तर दिनाजपुर (पश्चिम बंगाल) को पहाड़कट्टा थाना क्षेत्र के लुकुन्दरा गांव से गिरफ्तार कर लिया है। गिरफ्तारी के बाद उसे न्यायिक हिरासत में भेजने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है।

घटना की शुरुआत 10 अप्रैल 2021 को ढ़ेकसारा चाय बगान में हुई मोटरसाइकिल लूट से हुई थी। इस मामले में मुस्तकीम आलम ने तीन अभियुक्तों—मतीबुल, शाह जमाल और जाकीर के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई थी। इस घटना की गंभीरता को देखते हुए तत्कालीन थानाध्यक्ष अश्विनी कुमार ने अभियुक्तों का पीछा किया। वे पांजीपाड़ा (पश्चिम बंगाल) पहुंचे, जहां ग्रामीणों ने ‘डकैत-डकैत’ का शोर मचाकर उन्हें घेर लिया और लाठी, डंडा, फरसा, ईंट-पत्थरों से हमला कर उनकी हत्या कर दी। इस क्रूर भीड़ हिंसा में अश्विनी कुमार ने कर्तव्य निष्ठा की मिसाल कायम करते हुए वीरगति प्राप्त की।

किशनगंज पुलिस अधीक्षक सागर कुमार ने बताया कि इस मामले में किशनगंज थाना कांड संख्या 167/21 दर्ज किया गया था। पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए 15 अभियुक्तों को पहले ही गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेजा था। फरार अभियुक्तों की तलाश में पुलिस लगातार छापेमारी कर रही थी। गुप्त सूचना के आधार पर मो. याकुब की गिरफ्तारी संभव हो सकी। पुलिस ने बताया कि पर्याप्त साक्ष्य जुटाए जा रहे हैं और जल्द ही आरोप पत्र समर्पित किया जाएगा। मामले का अनुसंधान अभी भी जारी है।

इस घटना ने न केवल किशनगंज बल्कि पूरे देश का ध्यान आकर्षित किया था। स्वर्गीय अश्विनी कुमार के बलिदान को याद करते हुए किशनगंज पुलिस ने न्याय सुनिश्चित करने का संकल्प दोहराया है। इस मामले को लेकर तत्कालीन चुनावी रैली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी इस हत्याकांड पर सवाल उठाए थे, जिससे इसकी गंभीरता और बढ़ गई थी। किशनगंज पुलिस की इस कार्रवाई से क्षेत्र में कानून-व्यवस्था के प्रति लोगों का विश्वास और मजबूत हुआ है। पुलिस का यह कदम न केवल अपराधियों के लिए कड़ा संदेश है, बल्कि स्वर्गीय अश्विनी कुमार के बलिदान को सच्ची श्रद्धांजलि भी है।