सरकारी एम्बुलेंस नहीं मिलने पर गोगरी एसडीएम के निर्देश पर राजस्व अधिकारी ने प्रसूता को सदर अस्पताल भेजा
न्यूज स्कैन ब्यूरो। परबत्ता (खगड़िया)
परबत्ता प्रखंड के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में थेभाय गांव की रहने वाली प्रसूता नैना कुमारी, आशा फेसिलिटेटर पूनम देवी के साथ प्रसव के लिए अस्पताल पहुंची थी। प्रारंभिक जांच में सिजेरियन डिलीवरी की जरूरत बताई गई और कुछ ही घंटों में उन्हें सदर अस्पताल रेफर कर दिया गया।
हड़ताल के कारण नहीं मिली सरकारी एम्बुलेंस, परिजन हुए परेशान
सदर अस्पताल रेफर किए जाने के बाद प्रसूता के परिजन सरकारी एम्बुलेंस के लिए परेशान होते रहे। लेकिन हड़ताल के कारण एम्बुलेंस सेवा उपलब्ध नहीं हो सकी। ऐसे में आशा फेसिलिटेटर ने प्रसूता को भ्रमित कर नजदीकी निजी क्लीनिक ‘गंगाराम अस्पताल’ में भर्ती करवा दिया।घटनाक्रम का वीडियो हुआ वायरल, प्रशासन ने लिया संज्ञानइस पूरी घटना का वीडियो एक स्थानीय व्यक्ति द्वारा बनाया गया, जो बाद में सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। वीडियो सामने आने के बाद गोगरी एसडीएम प्रदुम्न सिंह यादव ने मामले को गंभीरता से लेते हुए राजस्व अधिकारी को जांच और कार्रवाई के निर्देश दिए।
राजस्व अधिकारी की टीम पहुंची क्लीनिक, प्रसूता को भेजा गया सदर अस्पताल
राजस्व अधिकारी पुष्पकर कुमार, डॉ. एचएन शर्मा और स्थानीय पुलिस बल के साथ संबंधित निजी क्लीनिक पहुंचे। जांच के बाद अधिकारी ने प्रसूता को अपने वाहन से सदर अस्पताल भेजा।जब प्रसूता नैना कुमारी से पूछा गया कि वह निजी क्लीनिक कैसे पहुंचीं, तो उन्होंने कहा, “मैं अपने मन से यहां आई हूं”। हालांकि, स्थानीय लोगों और स्वास्थ्य विभाग सूत्रों के अनुसार आशा फेसिलिटेटर और निजी क्लीनिक संचालक की मिलीभगत का यह कोई पहला मामला नहीं है।
प्रशासन की सख्ती से स्वास्थ्य विभाग में मचा हड़कंपप्रशासनिक हस्तक्षेप के बाद स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मचा है। अब इस बात की जांच की जा रही है कि आशा फेसिलिटेटर की भूमिका कितनी गंभीर है और क्या इस तरह के अन्य मामले भी सामने आए हैं।