खगड़िया:बीपी मंडल सामाजिक न्याय के स्वप्नद्रष्टा और पिछड़ों के मसीहा थे: शास्त्री

जदयू कार्यालय में पूर्व मुख्यमंत्री बीपी मंडल की 107वीं जयंती श्रद्धा और उत्साह के साथ मनाई गई

न्यूज स्कैन ब्यूरो। खगड़िया

रोड स्थित जदयू कार्यालय के कर्पूरी सभागार में सोमवार को बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री एवं मंडल आयोग के अध्यक्ष स्व. बिंदेश्वरी प्रसाद मंडल (बीपी मंडल) की 107वीं जयंती धूमधाम से मनाई गई। कार्यक्रम की शुरुआत जदयू नेताओं और कार्यकर्ताओं ने मंडल जी के चित्र पर माल्यार्पण एवं पुष्पांजलि अर्पित कर की। इसके बाद “सामाजिक न्याय और पिछड़ा समाज—आज और कल” विषय पर संगोष्ठी का आयोजन किया गया।

मौके पर जदयू के जिला प्रवक्ता आचार्य राकेश पासवान शास्त्री ने अपने जोशीले संबोधन में कहा कि बीपी मंडल सामाजिक न्याय के स्वप्नद्रष्टा, पिछड़ा वर्ग के मसीहा और मूक क्रांति के महानायक थे। मंडल कमीशन की रिपोर्ट उनके भीतर जल रही आक्रोश की ज्वाला का प्रस्फुटन थी, जिसने पिछड़े समाज के जीवन में उजाला और आत्मसम्मान की नई किरण जगाई। उन्होंने कहा कि आज मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व वाली एनडीए सरकार मंडल जी के सपनों को साकार कर रही है। पिछड़ा वर्ग आज सामाजिक, आर्थिक, शैक्षणिक और राजनीतिक रूप से मजबूत पहचान प्राप्त कर चुका है। श्री शास्त्री ने मंडल जी के मुख्यमंत्री काल की ऐतिहासिक घटना साझा करते हुए कहा—“जब बरौनी रिफाइनरी से तेल रिसाव के कारण गंगा में आग लगी थी, तब विधानसभा में विनोदानंद झा ने कटाक्ष किया था कि शूद्र मुख्यमंत्री होगा तो पानी में आग लगेगी ही। इस पर मंडल जी ने गरजकर जवाब दिया था—गंगा में आग तो तेल रिसाव से लगी है, परंतु पिछड़ा वर्ग का बेटा मुख्यमंत्री बना, यही आग आपके दिल में धधक रही है जिसे हर कोई महसूस कर रहा है।” उन्होंने कहा कि बीपी मंडल का साहस, त्याग और संघर्ष आने वाली पीढ़ियों के लिए सदैव प्रेरणा का स्रोत रहेगा। कार्यक्रम में जिला महासचिव पंकज कुमार चौधरी, दिलीप कुमार सिंह,अनुज कुमार शर्मा, युवा जदयू जिलाध्यक्ष सावन कुमार बंटी, बीएलए-1 शनिचर सदा,सदर प्रखंड अध्यक्ष रामप्रकाश सिंह,जदयू पंचायत अध्यक्ष कमल किशोर पटेल,जवाहर सिंह, मीडिया सेल अध्यक्ष जयजयराम कुमार,युवा जदयू के नवनीत कुमार सिंह,श्याम सुंदर सिंह,किरणदेव करण एवं रंजन कुमार सहित जदयू के कई वरिष्ठ नेता और बड़ी संख्या में कार्यकर्ता मौजूद रहे, जिन्होंने बीपी मंडल के जीवन दर्शन को आत्मसात करने का संकल्प लिया।