- डीलर चंदा देवी पर आरोप, जांच में 115 क्विंटल राशन गायब
न्यूज स्कैन ब्यूरो, कैमूर
जिले के चैनपुर प्रखंड से बड़ा राशन घोटाला सामने आया है। प्रखंड के बियुर मानपुर क्षेत्र की डीलर चंदा देवी पर करीब 150 क्विंटल मुफ्त अनाज गबन करने का गंभीर आरोप लगा है। ग्रामीणों की शिकायत पर जब जांच हुई तो डीलर के पास 115 क्विंटल राशन कम पाया गया। सवाल साफ है—गरीबों का हक आखिर जा कहाँ रहा है?
ग्रामीणों का आरोप: कटौती और मनमानी
गाजीपुर और मुड़ी गांव के ग्रामीणों ने खुलकर आरोप लगाया है कि डीलर चंदा देवी राशन वितरण में खुलेआम कटौती कर रही है। इंद्रावती देवी ने बताया कि मेरे राशन कार्ड पर 8 लोगों का नाम है, लेकिन सिर्फ 5 का ही राशन मिलता है।
रामावती देवी बोलीं—“मेरे कार्ड पर 10 लोगों का नाम दर्ज है, मगर 6 महीने से सिर्फ 3 का राशन दिया जा रहा है।” राम प्रसाद बिंद ने कहा—“मेरे कार्ड पर 2 लोगों का नाम है, लेकिन पूरे साल से एक दाना भी राशन नहीं दिया गया। जब मांग करते हैं तो कहा जाता है—जहाँ जाना है जाओ, जो करना है कर लो।”
अनुप कुमार का आरोप है—“हमारे कार्ड पर 14 लोग दर्ज हैं, मगर सिर्फ 9 का ही राशन दिया जाता है। विरोध करने पर कहा जाता है कार्ड में उतना ही नाम है।” यह आरोप साबित करते हैं कि राशन की बंदरबांट और लूट गांव-गांव तक फैली है।
एसडीएम की जांच में बड़ा खुलासा
भभुआ एसडीएम अमित कुमार की जांच में भी गड़बड़ी पाई गई। उनके अनुसार डीलर के पास 115 क्विंटल राशन कम पाया गया। यानी ग्रामीणों के आरोपों में दम है। एसडीएम ने कार्रवाई का भरोसा दिया है, लेकिन सवाल यह है कि गरीबों का हक मारने वाले डीलर पर अब तक सख्त कार्रवाई क्यों नहीं हुई?
बीस सूत्री के जिला सचिव ने खोली पोल
बीस सूत्री चैनपुर के जिला सचिव सुमित कुमार पटेल ने भी डीलर चंदा देवी पर खुलकर आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि “कई बार प्रशासन से गुहार लगाई, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। अंततः जिलाधिकारी को आवेदन देना पड़ा, तब जाकर जांच का आदेश हुआ।”
डीलर का पक्ष गायब, प्रशासन चुप
मामले पर जब चंदा देवी से संपर्क करने की कोशिश की गई तो उन्होंने कोई जवाब नहीं दिया। वहीं, एसडीएम ने ऑन कैमरा कुछ भी कहने से इनकार कर दिया। बस इतना कहा कि जांच चल रही है और जो तथ्य सामने आएंगे उसी के आधार पर कार्रवाई होगी।
बड़ा सवाल
गरीबों को भरपेट राशन देने का दावा करने वाली सरकार के बीच आखिर क्यों डीलर और अधिकारियों की मिलीभगत से अनाज की बंदरबांट हो रही है?
क्या कैमूर प्रशासन इस घोटाले पर सख्त कार्रवाई करेगा या यह फाइलों में ही दबकर रह जाएगा?