खोए-पाए कांवरियों को घर भेज रहा देवघर जिला प्रशासन, अब तक 217 की मदद

न्यूज स्कैन ब्यूरो, देवघर

श्रावणी मेले में जिला प्रशासन द्वारा आरएल सर्राफ स्कूल परिसर में केंद्रीय खोया-पाया केंद्र सह अंतरराज्यीय सूचना सहायता केंद्र बनाया गया है। इसमें श्रावणी मेला में भूले-भटके एवं असहाय कांवरियों को फूडिगं एवं ट्रेवलिंग की सहायता प्रदान की जा रही है, ताकि यहां आगन्तुक कांवरियों में से जो अपने परिजनो से बिछड़ जाते हैं, उन्हें इस शिविर के माध्यम से सहायता देकर घर भेजा जा सके। इसके तहत श्रावणी मेला में अभी तक कुल 217 कांवरियों को रेल पास देकर उनके घर के लिए रवाना किया गया है एवं इनमें से कुछ कांवरियों को सहायता राशि भी प्रदान की गयी है। सहायता शिविर के द्वारा अभी तक भूल-भटके कांवरियों के बीच सहायता राशि के रूप में 10,115 रुपए वितरीत किये जा चुके हैं।

पौराणिक कथाओं से श्रद्धालुओं को कराया जा रहा अवगत

मेले में 13 स्थानों पर वर्चुअल रियलिटी डिवाइस के माध्यम से बाबा नगरी की पौराणिक कथाओं से श्रद्धालुओं को अवगत कराया जा रहा है। शिविर के माध्यम से बाबा मंदिर से जुड़े इतिहास के साथ-साथ बाबा मंदिर, शिवलिंग की स्थापना और देवघर से जुड़े इतिहास को देखा जा सकता है। इस औलोकीक शो का प्रसारण श्रद्धालुओं के लिए आकर्षक का केन्द्र बना हुआ है, जिसका आनंद देवघर आनेवाले देवतुल्य श्रद्धालु मेला क्षेत्र में कुल 13 चिन्हित स्थलों पर ले सकते हैं।

कांवरियों की थकान मिटा रहे सांस्कृतिक कार्यक्रम

मेले में छह स्थानों पर नियमित रूप से सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है। मेला क्षेत्र में बनाये गये सांस्कृतिक मंचों पर विभिन्न कलाकारों के द्वारा कार्यक्रम की प्रस्तुति दी जा रही है। साथ ही कार्यक्रम के दौरान कलाकारों के भक्ति गीत पर कांवरिया व स्थानीय लोग झूमते हुए भाव विभोर होकर कार्यक्रम का आनन्द ले रहे हंै। इसके अलावा सांस्कृतिक कार्यक्रम के मंचो पर कलाकारों के द्वारा भक्ति गीत के अलावा शिव अराधना, भजन कीर्तन आदि की प्रस्तुति की जा रही है, जिसके जरिए कांवरिये अपनी थकान मिटा रहे हैं।