जेपीएससी में देवघर का डंका : एक नहीं, कई चेहरों ने लहराया सफलता का परचम

न्यूज स्कैन ब्यूरो, देवघर

झारखंड लोक सेवा आयोग (जेपीएससी) मुख्य परीक्षा का रिजल्ट जारी कर दिया गया है। इसमें देवघर जिले के कई अभ्यर्थियों ने सफलता प्राप्त की है। सफल अभ्यर्थियों ने बताया कि कठिन मेहनत और अभ्यास सफलता का मूलमंत्र रहा। 8 से 10 घंटे की रोजाना नियमित पढ़ाई के साथ-साथ उनका अभ्यास बेहद जरूरी है। तमाम सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर आॅनलाइन कई मैटेरियल उपलब्ध है, जिसका आसानी से तैयारी में उपयोग किया जा सकता है।

सारठ प्रखंड के बभनगामा निवासी लोहरदगा अनुमंडल पदाधिकारी ठाकुर गौरीशंकर शर्मा की बड़ी पुत्री मीनाक्षी ने वित्त सेवा में पूरे झारखंड में दूसरा स्थान प्राप्त किया है। मीनाक्षी बचपन से ही मेधावी रही है और अंग्रेजी माध्यम से पढ़ने के बाद भी खोरठा (स्थानीय भाषा) विषय का चयन किया। मीनाक्षी के चाचा डॉ. विजय शंकर शहर के जाने-माने शिक्षक हैं।

सारठ प्रखंड के मोदीबांध निवासी स्व. काशी नाथ झा के पुत्र कुमार ऋषभ का चयन झारखड प्रशासनिक सेवा में हुआ है। बताते चलें कि दो वर्ष पूर्व यूपीएससी में आईआरएस में सफलता हासिल कर अभी देवघर जिले में कार्यरत हैं।

जसीडीह के घोरलास गांव निवासी विशाल आनंद ने जेपीएससी मुख्य परीक्षा में सफलता प्राप्त किया है। मात्र 25 साल की उम्र में विशाल ने पहले ही प्रयास में 148 रैंक हासिक किया। विशाल के पिता ओमकार राय प्राइवेट शिक्षक हैं और माता बेबी देवी गृहिणी। विशाल आनंद के इस सफलता से उनके परिवार सहित पूरे गांव में खुशी का माहौल है। विशाल आनंद की प्रारंभिक शिक्षा जसीडीह पब्लिक स्कूल से हुई है और जबकि 12वीं की पढ़ाई बोकारो से हुई है।

मोहनपुर प्रखंड के घुटिया बड़ा असहना गांव निवासी शिक्षक प्रदीप कुमार मंडल व रिंकू देवी के पुत्र प्रशांत को जेपीएससी की परीक्षा में सफलता मिली है। प्रशांत ने इस परीक्षा में 71वां स्थान प्राप्त किया और झारखंड प्रशासनिक सेवा में अंतिम रूप से चयनित हुए। प्रशांत ने अपनी सफलता का श्रेय अपने माता-पिता के अलावा अपने गुरुजनों को दिया है। प्रशांत ने प्रारंभिक पढ़ाई महेंद्र मुनि सरस्वती शिशु मंदिर मधुपुर से तथा प्लस टू की पढ़ाई डीएवी से की है। इन्होंने दिल्ली विश्वविद्यालय से भूगोल विषय में स्नातक की डिग्री हासिल की है।

शहर के बंपास टाउन बरियारबांधी निवासी नेहा रानी ने जेपीएससी मुख्य परीक्षा में प्रथम प्रयास में ही सफलता हासिल कर परिवार और समाज का नाम रौशन किया। नेहा रानी ने प्रशासनिक सेवा में 228 वां रैंक हासिल किया है। इनके पिता राजेश कुमार दास सरकारी शिक्षक हैंै एवं माता नीतू आनन्द गृहिणी है। नेहा की इस सफलता से उनके परिवार सहित पूरे मोहल्ले में खुशी का माहौल है। नेहा ने मैट्रिक और प्लस-टू की शिक्षा डीएसवी देवघर और स्नातक एवं स्नातकोत्तर की पढ़ाई बीएचयू से की है। वर्तमान में नेहा रांची विश्वविद्यालय से पीएचडी कर रही है और डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी विश्विद्यालय रांची में आवश्यकता आधारित असिस्टेंट प्रोफेसर के तौर पर कार्यरत हैं।