- डीसी ने मेले में आपदा प्रबंधन, विधि व्यवस्था को लेकर की बैठक
देवघर। डीसी नमन प्रियेश लकड़ा ने श्रावणी मेले को लेकर आपदा प्रबंधन, विधि व्यवस्था को लेकर की गई तैयारियों की समीक्षा की। इस दौरान ड़ीसी ने मेला क्षेत्र में प्रतिनियुक्त वरीय दंडाधिकारी व पुलिस पदाधिकारी को सक्रिय होकर कार्य करने का निर्देश दिया। डीसी ने कहा कि मुख्यमंत्री के निर्देशानुसार सुरक्षा, स्वच्छता एवं विन्रमता को श्रावणी मेला मेले की मूल संवेदना बनाये, ताकि देवतुल्य श्रद्धालु बाबा की नगरी देवघर से एक अच्छी अनुभूति प्राप्त कर अपने गंतव्य की ओर रवाना हो सके। सबसे महत्वपूर्ण श्रावणी मेला के दौरान आपसी समन्वय के साथ काम करते हुए मेला के दौरान किसी भी स्थिति में दंडाधिकारियों को अपने कर्तव्य निर्वहन के दौरान शालीनता का परिचय दें। मेला क्षेत्र में विधि व्यवस्था, भीड़ नियंत्रण, अपराध नियंत्रण के साथ-साथ यातायात व्यवस्था को लेकर अस्थायी ओपी व ट्रैफिक ओपी में प्रतिनियुत दण्डाधिकारियों, पुलिस पदाधिकारियों को 24×7 एक्टिव मोड में कार्य करने का निर्देश दिया है। मेला क्षेत्र में आपदा प्रबंधन एक महत्वपूर्ण पहलू है, भीड़भाड़, आग लगने, भीड़ प्रबंधन, आपातकालीन मार्गों की व्यवस्था, चिकित्सा सुविधाएं और संचार प्रणाली पर को लेकर संबंधित अधिकारियों व पुलिस पदाधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिया। किसी भी तरह की आपदा से निपटने के लिए शिवगंगा और बाबा मंदिर प्रांगण में एनडीआरएफ की तैनाती की गई है। बैठक में नगर आयुक्त, उप विकास आयुक्त, अपर समाहर्ता, अनुमंडल पदाधिकारी देवघर, अनुमंडल पदाधिकारी मधुपुर, सिविल सर्जन, अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी, ट्रैफिक डीएसपी, हेडक्वार्टर डीएसपी, जिला नजारत उपसमाहर्ता, गोपनीय प्रभारी, जिला जनसम्पर्क पदाधिकारी, जिला शिक्षा पदाधिकारी, उत्पाद अधीक्षक, जिला सूचना विज्ञान पदाधिकारी, जिला कल्याण पदाधिकारी, आपदा प्रबंधन पदाधिकारी, जिला अग्निशमन पदाधिकारी, कार्यपालक दण्डाधिकारी, कार्यपालक अभियंता, पेयजल एवं स्वच्छता, विद्युत आपूर्ति प्रमंडल, कार्यपालक अभियंता आरसीडी, मेला क्षेत्र में प्रतिनियुक्त पदाधिकारी एवं संबंधित विभाग के अधिकारी, पुलिस पदाधिकारी, एनडीआरएफ की टीम आदि उपस्थित थे।
श्रावणी मेले को शिवगंगा और बाबा मंदिर में एनडीआरएफ की तैनाती
