जमालपुर से जदयू ने नचिकेता मंडल पर जताया भरोसा, जनसुराज ने ललन यादव को मैदान में उतारा

न्यूज़ स्कैन ब्यूरो, मुंगेर
बिहार विधानसभा चुनाव 2025 में मुंगेर की जमालपुर विधानसभा सीट पर इस बार मुकाबला दिलचस्प होता दिख रहा है। जदयू ने नचिकेता मंडल को आधिकारिक रूप से टिकट देकर मैदान में उतारने का फैसला किया है, जबकि जनसुराज पार्टी ने पहले ही ललन जी यादव को उम्मीदवार घोषित कर दिया था। इसके साथ ही निर्दलीय उम्मीदवारों की सक्रियता से यह सीट त्रिकोणीय मुकाबले की दिशा में बढ़ रही है। जमालपुर सीट पर मुकाबला फिलहाल जदयू बनाम जनसुराज के इर्द-गिर्द बनता दिख रहा है। हालांकि कांग्रेस की संभावित एंट्री और शैलेश कुमार की निर्दलीय दावेदारी से समीकरण पलट भी सकते हैं।

जदयू की ओर से नचिकेता मंडल को टिकट
जमालपुर विधानसभा सीट से जनता दल (यूनाइटेड) ने युवा और सक्रिय चेहरे नचिकेता मंडल पर भरोसा जताया है। पार्टी सूत्रों के अनुसार, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की सहमति से यह नाम फाइनल किया गया है। चर्चा है कि जदयू के वरिष्ठ नेता ललन सिंह का प्रभाव इस फैसले में रहा है। नचिकेता मंडल लंबे समय से पार्टी संगठन में सक्रिय हैं और स्थानीय स्तर पर कई सामाजिक अभियानों में जुड़े रहे हैं। यह माना जा रहा है कि जदयू इस सीट पर “नई छवि” और “स्थानीय कनेक्ट” दोनों को एक साथ साधना चाहती है।

जनसुराज पार्टी की ओर से ललन जी यादव
जनसुराज पार्टी ने इस सीट पर अपनी उपस्थिति दर्ज कराने की कोशिश में ललन जी यादव को प्रत्याशी घोषित किया है। प्रशांत किशोर की इस पार्टी ने जमालपुर और तारापुर दोनों सीटों के लिए नाम पहले ही तय कर दिए थे। ललन यादव स्थानीय स्तर पर शिक्षा और सामाजिक कार्यों से जुड़े रहे हैं और नई राजनीति के प्रतीक के रूप में प्रचारित किए जा रहे हैं।

कांग्रेस और राजद की स्थिति
महागठबंधन (INDIA ब्लॉक) की ओर से अभी तक जमालपुर सीट पर उम्मीदवार का आधिकारिक ऐलान नहीं हुआ है। 2020 में यह सीट कांग्रेस के पास थी। अजय कुमार सिंह ने उस समय जीत दर्ज की थी। हालांकि इस बार सीट-वितरण के फार्मूले के बाद संभावना जताई जा रही है कि यह सीट कांग्रेस के खाते में बनी रहेगी, लेकिन चेहरे में बदलाव हो सकता है।

पूर्व मंत्री शैलेश कुमार आखिर क्या करेंगे
पूर्व मंत्री शैलेश कुमार, जो लंबे समय तक जदयू से इस क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करते रहे हैं। इस बार टिकट न मिलने के बाद “निर्दलीय” के रूप में मैदान में उतर सकते हैं। इधर रवि कुमार नामक एक स्वतंत्र उम्मीदवार ने भी नामांकन दाखिल किया है, जिससे मुकाबला और दिलचस्प बन गया है।