न्यूज स्कैन ब्यूरो, सुपौल
सुपौल अभियंत्रण महाविद्यालय में टेक्निकल क्लब के तत्वावधान में ड्रोन टेक्नोलॉजी पर एक इंटरएक्टिव कार्यशाला का सफल आयोजन किया गया। यह कार्यक्रम इंस्टीट्यूशन इनोवेशन काउंसिल (IIC), IEEE स्टूडेंट ब्रांच, ई-यंत्रा, तथा राजुद्दन एग्रीटेक प्राइवेट लिमिटेड के संयुक्त सहयोग से आयोजित किया गया।
कार्यशाला का मुख्य उद्देश्य छात्रों को ड्रोन असेंबलिंग, विभिन्न प्रकार के ड्रोन के लाइव डेमो तथा तकनीकी विशेषज्ञों के मार्गदर्शन से परिचित कराना था। प्रतिभागियों ने ड्रोन तकनीक के कृषि, सर्वेक्षण, अनुसंधान एवं नवाचार जैसे क्षेत्रों में उपयोग के बारे में व्यवहारिक ज्ञान प्राप्त किया। सभी प्रतिभागियों को सहभागिता प्रमाणपत्र भी प्रदान किया गया।
डॉ. चन्दन कुमार, डीन एकेडेमिक्स, फैकल्टी एडवाइज़र (टेक्निकल क्लब) एवं ब्रांच काउंसलर (IEEE स्टूडेंट ब्रांच) ने अपने संबोधन में कहा कि इस प्रकार की कार्यशालाएँ छात्रों को सैद्धांतिक ज्ञान को व्यावहारिक रूप में प्रयोग करने का अवसर प्रदान करती हैं। उन्होंने छात्रों को ड्रोन तकनीक का उपयोग सामाजिक और औद्योगिक समस्याओं के समाधान में करने के लिए प्रेरित किया।
डॉ. ए. एन. मिश्रा, प्राचार्य, सुपौल कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग, ने इस पहल की सराहना करते हुए कहा कि ऐसे कौशल आधारित कार्यक्रम छात्रों में नवाचार और तकनीकी दक्षता को प्रोत्साहित करते हैं। उन्होंने आयोजन टीम, IIC और IEEE स्टूडेंट ब्रांच को इस सफल आयोजन के लिए बधाई दी और कहा कि ड्रोन जैसी उभरती तकनीक का ज्ञान छात्रों के भविष्य को सशक्त बनाएगा।
गोपाल कृष्णा, अध्यक्ष, इंस्टीट्यूशन इनोवेशन काउंसिल (IIC), ने छात्रों की उत्साही भागीदारी की प्रशंसा की और कहा कि IIC निरंतर ऐसे नवाचार आधारित कार्यक्रमों को बढ़ावा देता रहेगा ताकि छात्र अपनी रचनात्मक सोच और तकनीकी कौशल को विकसित कर सकें।
कार्यक्रम के आयोजन में डॉ. राजा गांधी, डॉ. अजमत राजा, श्रीमती अमृता, एवं आनंद प्रकाश सहित कई फैकल्टी सदस्यों का मार्गदर्शन रहा।
कार्यशाला के संचालन में रुपेश कुमार, सुंदरम कुमार, एवं ओमानिक कुमार ने छात्र समन्वयक के रूप में सक्रिय भूमिका निभाई। उन्होंने पंजीकरण, प्रबंधन एवं तकनीकी सहायता में सराहनीय योगदान दिया।
कार्यक्रम का समापन विशेषज्ञों द्वारा लाइव प्रश्नोत्तर सत्र एवं सभी सहयोगियों को धन्यवाद ज्ञापन के साथ किया गया।