युवा जदयू भागलपुर में अध्यक्ष पद पर जंग! दीपक बनाम संदीप – कौन बनेगा संगठन का चेहरा?

  • भागलपुर: युवा जदयू में अध्यक्ष पद को लेकर घमासान, दो गुटों में सीधी टक्कर

न्यूज़ स्कैन रिपोर्टर, भागलपुर
युवा जनता दल यूनाइटेड (जदयू) की भागलपुर महानगर इकाई में अध्यक्ष पद को लेकर जबरदस्त राजनीतिक उठापटक मची हुई है। संगठन दो धड़ों में साफ बंट चुका है। एक गुट महानगर अध्यक्ष संजय साह का है, जिसने दीपक चौहान के नाम की सिफारिश पार्टी नेतृत्व को भेज दी है। दूसरा गुट जिला अध्यक्ष विपिन बिहारी सिंह का है, जो संदीप कुमार को अध्यक्ष बनाने की रणनीति में जुटा है।

दो नाम, दो गुट, एक कुर्सी

  • गुट 1

नेतृत्व: महानगर अध्यक्ष संजय साह

पसंदीदा चेहरा: दीपक चौहान

नाम पार्टी नेतृत्व को पहले ही भेजा जा चुका है

प्रदेश युवा अध्यक्ष से मुलाकात भी करा दी गई

  • गुट 2

नेतृत्व: जिला अध्यक्ष विपिन बिहारी सिंह

प्रोजेक्टेड चेहरा: संदीप कुमार

ताकत दिखाने को बुलाई गई समीक्षा बैठक


शक्ति प्रदर्शन बनी समीक्षा बैठक

शुक्रवार को शहर के एक होटल में युवा जदयू के जिला प्रभारी रितेश सिंह कुशवाहा ने “समीक्षात्मक बैठक” के नाम पर एक कार्यक्रम आयोजित किया। इस आयोजन में मंच की कमान संदीप कुमार ने संभाली, और पूर्व माहादलित आयोग अध्यक्ष संजय राम को मुख्य अतिथि बनाया गया। बैठक में दर्जनों वार्डों से युवा कार्यकर्ता बुलाए गए। मंच से मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की युवा योजनाओं की तारीफ तो की गई, लेकिन असल में यह आयोजन संदीप को युवा अध्यक्ष के रूप में प्रोजेक्ट करने का मंच बन गया।

  • बैठक या शक्ति प्रदर्शन?

शुक्रवार को एक होटल में ‘समीक्षा बैठक’ के नाम पर बुलाया गया बड़ा राजनीतिक जमावड़ा।

संयोजन, संचालन: संदीप कुमार

मुख्य अतिथि: पूर्व महादलित आयोग अध्यक्ष संजय राम

कार्यकर्ता बुलाए गए कई वार्डों से

विषय: युवाओं के लिए सरकार की योजनाएं

असल मकसद: संदीप को चेहरा बनाना!


संजय साह भड़के, की शिकायत

महानगर अध्यक्ष संजय साह ने नाराजगी जताते हुए कहा –”मेरे क्षेत्र में कार्यक्रम हो और मुझे खबर तक न दी जाए? यह संगठनात्मक अनुशासन का उल्लंघन है।”उन्होंने बताया कि उन्होंने इस पूरे मामले की शिकायत प्रदेश युवा जदयू अध्यक्ष नीतीश पटेल से की है।


अब फैसला प्रदेश नेतृत्व के पाले में

अब देखना यह है कि क्या पार्टी नेतृत्व पहले से भेजे गए नाम दीपक चौहान को अध्यक्ष घोषित करता है, या फिर संदीप कुमार के शक्ति प्रदर्शन को देखते हुए समीकरण बदलेगा।

  • बड़ा सवाल

क्या पहले से भेजा गया नाम मंजूर होगा?

या संदीप के मंच और भीड़ का असर पड़ेगा?

अंदरूनी खींचतान ने दिखा दिया कि युवा जदयू में एकता फिलहाल सिर्फ नारे में बची है!