सिमरी बख़्तियारपुर के गलफरिया गांव में सुरेन्द्र प्रसाद की स्मृति में ‘कोसी माय पुस्तकालय’ की स्थापना

न्यूज स्कैन ब्यूरो, सहरसा

जिले के कोसी पूर्वी तटबंध के नजदीक स्थित गलफरिया गांव में समग्र ग्राम सेवा समिति व ग्रामीणों के सहयोग से सुरेन्द्र प्रसाद की स्मृति में ‘कोसी माय पुस्तकालय’ की आज स्थापना की गई। स्थानीय लोगों में ईश्वरीय वरदान के रूप में ‘कोसी माय’ शब्द अधिक प्रचलित है इसलिए कोसी माय के रूप में पुस्तकालय का नाम सर्वसम्मति से रखा गया। एक सार्वजनिक पुस्तकालय के रूप में इसकी स्थापना समाज को एक बेहतर सुदृढ़ और विकसित रूप प्रदान करना है। गतिविधियों के तौर पर शामिल बच्चों के पठन-पाठन के लिए जरूरी पुस्तकें, पत्रिकाएं और अखबार उपलब्ध होंगी। जिससे बच्चों में एक स्वस्थ्य बहस और प्रतियोगिता का भाव उभर सकें। जरूरी अकादमिक पुस्तकें भी होंगी। स्थापना में उपस्थित ग्रामीणऔर स्कूल के बच्चों ने हर्ष व्यक्त किया कि अब जरूरी पुस्तकें आसानी से उपलब्ध होंगी जिससे कठिनाइयां धीरे धीरे कम हो जाएगी और हम बेहतर कर सकेंगे।इस दशक में शहरी क्षेत्रों में निजी पुस्तकालय का प्रचलन बढ़ता जा रहा है। ऐसे में गांव और खासकर कोसी जैसे सुदूर देहात इलाके में पुस्तकालय होना इतिहास को स्मरण कराता है। आजादी पूर्व ‘भागलपुर जिला पुस्तकालय सम्मेलन’ का प्रचलन था। मार्च 1947ई. में यह सम्मेलन मधेपुरा में हुआ था। जिसमें बिहार सरकार के स्वायत्त शासन अधिकारी सभापति बनकर शामिल होने आए। इस क्षेत्र में जिला पुस्तकालय सम्मलेन का सीधा अर्थ था स्थानीय व बुनियादी समस्याओं पर विमर्श। लोग कोसी की मूलभूत समस्याओं जैसे जल निकासी और जनस्वास्थ्य के विषयों से कैसे लड़ें ऐसे तमाम व्यवहारिक चेतना शामिल हुआ करता था। इसलिए आज उनके स्मृति में ऐतिहासिक महत्व को समझते हुए इसकी स्थापना की गई।स्थापना में गुड्डू, डेनिश, लक्ष्मणज़ संजय, सौरव, अभिनाश, जितेंद्र, चंद्रदेव, लव, लवकांत, संजय, सचिन, बालाजीऔर अन्य ग्रामीण अभिवावक उपस्थित थे।