खतरे का दस्तक: अग्रहण गांव बागमती नदी के भीषन कटाव के निशाने पर आया,चौबीस घंटे में तीन घर कट कर नदी में समाया, बीते वर्षों में गांव के एक दर्जन से अधिक घर नदी में समा चुके हैं

ज्योतिंद्र नारायण सिंह। चौथम (खगड़िया)

चौथम प्रखंड क्षेत्र अंतर्गत ठुठ्ठी मोहनपुर पंचायत के अग्रहण गांव पर बागमती नदी का जलस्तर घटते हीं भीषण कटाव का खतरा मंडराने लगा है। भीषण कटाव का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि बीते 24 में अबतक गांव के जीतो चौधरी,चमकलाल चौधरी,चंदन चौधरी, सहित बाबूलाल चौधरी का घर नदी में जल समाधि ले चुका है।

नदी के कटाव का यही रूख रहा तो बागमती नदी गांव का भोगौलिक नक्सा हीं बदल देने की आशंका जताई जा रही है। इससे पूर्व कटाव के निशाने पर आये गांव के एक दर्जन से अधिक घर नदी में समा चुका है। वहीं किसानों के कई एकड़ खेती योग्य भूमि नदी के गर्भ में शमा चुका है।नदी के कटाव का लागातार जारी शिलशिला से किसानों की दर्जनों एकड़ जमीन नदी में शमा जाने की आशंका जताई जा रही है।

भीषण कटाव की घटना से बेखबर विभागीय अधिकारी जायजा लेने कटाव स्थल पर नहीं पहुंचे सके हैं।जससे फ्लड फाईटिंग के द्वारा कटाव निरोधी कार्य शुरू किया जा सके। हालांकि विभागीय प्रावधान के तहत नदी के तटबंध के भू-भाग में कटाव निरोधी कार्य फ्लड फाईटिंग के द्वारा हीं किया जा सकता है। कटाव के स्थाई रोक थाम के लिये जल संसाधन विभाग के द्वारा योजना की स्वीकृति का प्रावधान नहीं बताया जाता है। स्थानीय लोगों का मानना है कि नवादा घाट पर निर्माणाधीन पुल के कारण बागमती नदी की बदलती धारा के रुख के कारण अग्रहण गांव कटाव के निशाने पर आ गया है।

बाढ नियंत्रण खगड़िया टू के कार्यपालक अभियंता ने कटाव स्थल का निरीक्षण के उपरांत कटाव निरोधी कार्य किये जाने का आश्वासन ग्रामीणों को दिया गया है।