न्यूज स्कैन ब्यूरो, सहरसा
नगर विकास एवं आवास विभाग द्वारा सिमरी बख्तियारपुर नगर परिषद क्षेत्र के विकास के लिए पिछले वर्ष स्वीकृत की गई 45 योजनाओं में से अधिकांश योजना भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गई हैं। करोड़ों की लागत से बनी कई पीसीसी सड़कों के कुछ ही महीनों में जर्जर होकर टूटने और धंसने से स्थानीय लोगों में नाराज़गी है।
17 लाख की सड़क कुछ ही महीनों में टूटी
सिमरी गांव के वार्ड संख्या 11 में षष्टम राज वित्त आयोग से लगभग 17 लाख रुपये की लागत से सिमरी ठाकुड़बाड़ी चौक से राम स्वरूप चौधरी के घर होते हुए रामु साह के घर के निकट हरिजन कॉलनी फील्ड तक पीसीसी सड़क का निर्माण किया गया था। यह सड़क निर्माण के बाद पहले भी टूट चुकी थी, जिसे घटिया सीमेंट और गिट्टी मिलाकर मरम्मत किया गया था। अब फिर से यह सड़क टूटकर धंसने लगी है, जिससे राहगीरों को परेशानी हो रही है और लोग आए दिन गिरकर चोटिल हो रहे हैं।
मेंटेनेंस प्रावधान के बावजूद लापरवाही
ग्रामीणों का आरोप है कि अधिकतर योजनाओं में प्राक्कलन की धज्जियां उड़ाई गई हैं। संवेदक और कनीय अभियंता की अनुपस्थिति में कार्य मुंशी और मजदूरों के भरोसे किया गया। जबकि नियम के अनुसार निर्मित योजनाओं की तीन साल तक मेंटेनेंस की जिम्मेदारी ठेकेदार की होती है।
जांच की मांग और प्रशासन की कार्रवाई
ग्रामीण चंदन शर्मा की शिकायत पर नगर परिषद कार्यपालक पदाधिकारी राम विलास दास ने स्थल निरीक्षण किया और संवेदक को सड़क दुरुस्त करने का आदेश दिया। ग्रामीणों ने दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई और सभी योजनाओं की उच्चस्तरीय जांच की मांग की है।