दिलीप जायसवाल ने लगाए गए आरोपों को बताया झूठा, बोले- ‘राजनीतिक साजिश के तहत धूमिल की जा रही छवि’

न्यूज स्कैन ब्यूरो, किशनगंज

बिहार बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष और पूर्व राजस्व एवं भूमि सुधार मंत्री दिलीप जायसवाल ने अपने ऊपर लगाए गए सभी आरोपों को खारिज करते हुए इसे एक ‘सोची-समझी राजनीतिक साजिश’ करार दिया है। उन्होंने कहा कि 6 जुलाई से उनके खिलाफ झूठे और निराधार आरोप लगाकर उनकी छवि को धूमिल करने की कोशिश की जा रही है। जायसवाल ने दावा किया कि तथ्यों को तोड़-मरोड़ कर जनता को गुमराह करने का प्रयास हो रहा है, जो पूरी तरह से राजनीतिक लाभ के उद्देश्य से प्रेरित है।
जायसवाल ने अपने बयान में कहा, “मेरे ऊपर लगाए गए सभी आरोप झूठे और बेबुनियाद हैं। यह एक सुनियोजित साजिश है, जिसका मकसद मेरी और मेरी पार्टी की छवि को नुकसान पहुंचाना है। मुझे देश की संवैधानिक संस्थाओं पर पूरा भरोसा है और सच्चाई हमेशा तथ्यों पर आधारित होती है, न कि अफवाहों पर।” उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि वह इन आरोपों का जवाब कानूनी और तथ्यात्मक रूप से देंगे।
हाल ही में जन सुराज पार्टी के संस्थापक प्रशांत किशोर ने जायसवाल पर किशनगंज स्थित एमजीएम मेडिकल कॉलेज में भ्रष्टाचार और पक्षपात के गंभीर आरोप लगाए थे। किशोर ने दावा किया था कि जायसवाल ने कॉलेज के ट्रस्टी के रूप में अनुचित लाभ उठाया और इसे अवैध रूप से कब्जाने की कोशिश की। इसके अलावा, कुछ सोशल मीडिया पोस्ट्स में जायसवाल पर हत्या जैसे संगीन आरोप भी लगाए गए, जिन्हें उन्होंने सिरे से खारिज कर दिया।


जायसवाल ने कहा, “ये सभी आरोप विपक्ष की हताशा का परिणाम हैं, जो आगामी बिहार विधानसभा चुनाव से पहले एनडीए को कमजोर करने की कोशिश कर रहे हैं। मैं और मेरी पार्टी बिहार की जनता की सेवा के लिए प्रतिबद्ध हैं और ऐसे दुष्प्रचार से विचलित नहीं होंगे।” उन्होंने यह भी कहा कि उनकी पार्टी और एनडीए बिहार में नीतीश कुमार के नेतृत्व में मजबूती से चुनाव लड़ेगी और विकास के एजेंडे को आगे बढ़ाएगी। जायसवाल की इस प्रतिक्रिया के बाद बिहार की सियासत में हलचल तेज हो गई है।