न्यूज स्कैन डेस्क, पटना/सुपौल
बिहार में सत्तारूढ़ जनता दल यूनाइटेड (जदयू) के एक युवा नेता के घर आर्थिक अपराध इकाई (EOU) ने रविवार को बड़ी छापेमारी की। यह कार्रवाई सुपौल जिले के करजाइन थाना क्षेत्र अंतर्गत गोसपुर गांव में की गई, जहां युवा जदयू के प्रदेश पदाधिकारी हर्षित मिश्रा के ठिकाने से करोड़ों की साइबर ठगी से जुड़ी अहम सामग्री बरामद की गई। विगत 9 जुलाई को ही उसे जदयू ने युवा प्रकोष्ठ का प्रदेश सचिव बनाया था।
सूत्रों के मुताबिक, हर्षित मिश्रा के बैंक खाते में करीब 7 करोड़ रुपये जमा मिले हैं, जिसे पहले ही साइबर पुलिस ने फ्रीज कर दिया था। उसके आवास से 1500 से अधिक सिम कार्ड, दर्जनों मोबाइल फोन, कई लैपटॉप, बायोमेट्रिक डिवाइसेस, नोट गिनने की मशीन और सैकड़ों सिम लगाने वाला विशेष उपकरण जब्त किया गया है।
25-30 अधिकारियों की टीम ने 8 स्कॉर्पियो से पहुंचकर की 19 घंटे तक छापेमारी
शनिवार दोपहर 2 बजे शुरू हुई छापेमारी देर रात तक चली। टीम में EOU पटना के अधिकारी, सुपौल पुलिस अधीक्षक और साइबर थाना की टीम शामिल रही। इस दौरान मीडिया से दूरी बनाए रखी गई और अधिकारी किसी भी सवाल का जवाब देने से बचते रहे।
खुद को बताता था शेयर बाजार का ‘एक्सपर्ट’
गिरफ्तार हर्षित मिश्रा एक किसान परिवार से है, लेकिन वह खुद को शेयर मार्केट का सफल कारोबारी बताता था। जांच एजेंसियों को शक है कि वह इस दावे की आड़ में साइबर ठगी और फर्जीवाड़े का बड़ा रैकेट चला रहा था।
कोई आपराधिक रिकॉर्ड नहीं, लेकिन सवाल गंभीर
स्थानीय थाना करजाईन के प्रभारी लालजी प्रसाद ने बताया कि हर्षित के खिलाफ थाने में पहले कोई आपराधिक मामला दर्ज नहीं था। हालांकि, आर्थिक अपराध इकाई की जांच के बाद कई चौंकाने वाले खुलासे हो सकते हैं। प्रारंभिक पूछताछ और दस्तावेजी प्रक्रिया के बाद हर्षित को पटना ले जाया गया।

युवा जदयू नेता के घर EOU की बड़ी कार्रवाई : खाते में 7 करोड़, घर से मिले 1500 सिम कार्ड और हाईटेक डिवाइस

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