सुपौल में आईसीडीएस घूसकांड: डीपीओ और कंप्यूटर ऑपरेटर न्यायिक हिरासत में, 1.90 लाख की घूस की रकम बरामद

न्यूज स्कैन ब्यूरो, सुपौल

सुपौल समाहरणालय स्थित जिला आईसीडीएस कार्यालय में गुरुवार को भ्रष्टाचार के खिलाफ बड़ी कार्रवाई हुई। जिला परियोजना पदाधिकारी (डीपीओ) शोभा सिन्हा और कंप्यूटर ऑपरेटर चंदन कुमार को रिश्वत की राशि के साथ रंगे हाथों गिरफ्तार किया गया। शुक्रवार को दोनों आरोपियों को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया।

इस मामले में बीडीओ ज्योति गामी के आवेदन पर सदर थाना कांड संख्या 384/25 दर्ज की गई है। कार्रवाई के दौरान कुल 1,90,200 रुपये नकद बरामद किए गए, जिसे रिश्वत की रकम माना जा रहा है।


कहां से कितनी राशि मिली?

मजिस्ट्रेट और पुलिस पदाधिकारियों की मौजूदगी में हुई छापेमारी के दौरान:

डीपीओ शोभा सिन्हा के पर्स से – ₹19,200

कंप्यूटर टेबल के बॉक्स से – ₹48,000

ऑपरेटर चंदन कुमार की जेब से – ₹25,000

ऑफिस ट्रंक के पीछे छुपा कर रखे गए – ₹98,000


नियुक्ति में पैसे की पुष्टि

छापेमारी के दौरान मौके पर मौजूद नव नियुक्त महिला सुपरवाइजर रंजना कुमारी, पूनम कुमारी और विभा देवी ने नियुक्ति के लिए पैसे देने की बात स्वीकार की, जिससे घूसखोरी की पुष्टि हुई।


दंडाधिकारी की निगरानी में कार्रवाई

यह पूरी कार्रवाई दंडाधिकारी की निगरानी में की गई, जिससे पूरे मामले में पारदर्शिता बनी रही। सुपौल जिला प्रशासन की इस त्वरित कार्रवाई से अन्य कार्यालयों पर भी सख्त निगरानी शुरू कर दी गई है।


कार्यालयों में खलबली, बिचौलियों की गैरहाज़िरी

शुक्रवार को जब बाल विकास परियोजना कार्यालय का निरीक्षण किया गया, तो वहां सन्नाटा पसरा हुआ था। जहां पहले बिचौलिए और सेविकाओं के परिजन सक्रिय रहते थे, अब सिर्फ कर्मचारी और अधिकारी अपने-अपने कक्षों में चुपचाप बैठे मिले।


जनता में चर्चा, “भ्रष्टाचारी अब नहीं बचेंगे”

इस कार्रवाई ने पूरे समाहरणालय और जिले में चर्चा का माहौल बना दिया है। जनता अब उम्मीद कर रही है कि देर से सही, लेकिन अब भ्रष्टाचारियों की जवाबदेही तय होगी।