बाढ़ और सुखाड़ से निपटने की तैयारी पूरी: डीएम ने की समीक्षा

न्यूज स्कैन ब्यूरो, सहरसा

जिलाधिकारी दीपेश कुमार की अध्यक्षता में एक महत्वपूर्ण बैठक का आयोजन किया गया, जिसमें संभावित बाढ़ या सुखाड़ की स्थिति उत्पन्न होने पर उससे निपटने के लिए जिला प्रशासन द्वारा की गई तैयारियों की समीक्षा की गई। इस अवसर पर विभिन्न विभागों के पदाधिकारियों ने अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत की और जिलाधिकारी ने आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।

बैठक के दौरान यह जानकारी दी गई कि सभी प्रखंडों एवं जिला मुख्यालय में वर्षा मापक यंत्र कार्यरत हैं, और आंकड़ों के संकलन व प्रेषण के लिए प्रशिक्षित कर्मियों की प्रतिनियुक्ति की गई है।

कोसी तटबंधों की स्थिति

पूर्वी कोसी तटबंध (सुपौल – 12 किमी), चंद्रयान (21 किमी), कोपरिया (20 किमी) और पश्चिमी कोसी तटबंध (निर्मली – 12 किमी) की तकनीकी समीक्षा की गई। संबंधित अधिकारियों ने अवगत कराया कि सभी तटबंध पूरी तरह सुरक्षित हैं एवं आवश्यक स्परों की मरम्मत पूरी कर ली गई है। तटबंधों की सतत निगरानी की जा रही है।

राहत व्यवस्था और संसाधन

आपदा प्रबंधन कार्यालय द्वारा खाद्य सामग्री की निविदा प्रक्रिया पूर्ण कर ली गई है। पर्याप्त मात्रा में प्लास्टिक शीट्स, 149 निजी नाव, 294 लाइफ जैकेट और 11 मोटरबोट उपलब्ध हैं।

जिले में 63 स्थल बाढ़ आश्रय स्थल, 59 स्थल पशु शरण स्थल, 124 सामुदायिक रसोई केंद्र और 113 शरणस्थली के रूप में चिन्हित किए गए हैं।

स्वास्थ्य और पशुपालन

25 प्रकार की जीवन रक्षक दवाएं स्वास्थ्य विभाग द्वारा उपलब्ध कराई गई हैं। पशुपालन विभाग द्वारा पशु चारा क्रय की प्रक्रिया पूरी कर ली गई है और 15 पशु शिविर सक्रिय हैं।

जल आपूर्ति व सफाई व्यवस्था

लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण विभाग द्वारा 1872 चपाकलों की मरम्मत तथा 109 नए चपाकलों की स्थापना की गई है। नगर निगम और अन्य नगरीय निकायों को नालों की सफाई, फॉगिंग व सफाई व्यवस्था दुरुस्त करने के निर्देश दिए गए।

अनुपस्थित अधिकारियों पर कार्रवाई

ग्रामीण कार्य विभाग के कार्यपालक अभियंता और सिविल सर्जन की बैठक में अनुपस्थिति पर कारण-पृच्छा का आदेश दिया गया है। साथ ही ग्रामीण कार्य विभाग के कार्यपालक अभियंता का वेतन अगले आदेश तक अवरुद्ध कर दिया गया है। इस बैठक में अपर समाहर्ता (आपदा प्रबंधन) संजीव कुमार चौधरी, नगर आयुक्त प्रभात कुमार झा सहित अन्य संबंधित पदाधिकारी उपस्थित थे।