- केएस मेडिकल रिचर्स सेंटर के ग्राउंड फ्लोर में शॉर्ट सर्किट के कारण लगी आग, दमकल की टीम मौके पर पहुंचकर आग पर कर रहे काबू
न्यूज स्कैन ब्यूरो, मुंगेर
मुंगेर कासिम बाजार थाना क्षेत्र के चूहा बाग मोहल्ले में सड़क किनारे वो मार्ट के ग्राउंड फ्लोर पर चल रहे के एस मेडिकल रिसर्च सेंटर में सोमवार देर शाम शॉर्ट सर्किट के कारण आग लग गई ।घटना उस वक्त वही जब रिचर्स सेंटर में कर्मी और मैनेजर मौजूद थे,।वही जब रिचर्स में शॉर्ट सर्किट लगी तो एकाएक धुंआ होने लगा ,कर्मी कुछ समझते धुंआ पूरी तरह फैल गया,जिसके बाद सभी लोग बाहर निकल गए, वही वो मार्ट में शॉपिंग करने पहुंचे ग्राहक में घबरा गए और कर्मियों ने उसे निकला। जिसके बाद सड़क पर अफरा तफरी मच गई।
घटना की जानकारी मिलने के बाद कासिम बाजार थाना की पुलिस मौके पर पहुंची और अग्निशमन विभाग को सूचना दी। जिसके बाद अग्निशमन जिला पदाधिकारी अनुज कुमार ओर सहायक अग्निशमन पदाधिकारी सत्येंद्र कुमार सिंह दल बल के साथ चार फायर बिग्रेड वाहन से पहुंचे जिसके बाद काफी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया जा रहा है।
वही रिचर्स सेंटर पर सिटी स्कैन,अल्ट्रासाउंड सहित अन्य चीजों की जांच की जाती है वही अनुमान लगाया जा रहा है कि लाखों रुपए का समान जलकर राख हो गया। वही रिसर्च सेंटर के दूसरे तल्ले पर रेस्टोरेंट था जहां पर कई लोग खाना खा रहे जिसे अग्निशमन विभाग के कर्मियों की मदद से उन्हें सीढ़ी की मदद से दूसरे के छतों पर उतारा गया। रिसर्च सेंटर के मैनेजर विकास कुमार ने बताया कि हमलोग कार्य कर रहे थे तभी पीछे से कमरे में जोर से धुआं निकलने लगा। जिसके बाद सारे मशीन को बंद कर हमलोग भाग खड़े हुए ।
लेकिन ऐसी संभावना जताया जा रहा है कि बिजली के शॉर्ट सर्किट की वजह से यह आग लग सकती है। इस घटना में कितने की नुकसान हुई है इसका अब तक खुलासा नहीं हो पाया है जबकि अभी तक आग बुझाने की प्रक्रिया शुरू है।
मुंगेर अग्निशमन जिला पदाधिकारी अनुज कुमार ने बताया कि इस घटना में 15 लोगों का रेस्क्यू कर बचाया गया जिसमें महिला और बच्चे शामिल थे, उन्होंने कहा भवन के बेसमेंट में शॉर्ट सर्किट में आग लगी थी और ओर थर्ड फ्लोर पर रेस्टोरेंट था जहां बच्चे अपने परिवार के खाना खाने आए थे।
उन्होंने बताया कि एक घंटे मशक्कत के बाद कर्मियों के द्वारा आग पर काबू पाया गया । उन्होंने कहा मेडिकल रिसर्च सेंटर समान को बचाने का प्रयास किया गया ।उन्होंने कहा ज्यादा धुआं होने के कर्मियों को काफी मशक्कत करना पड़ा।