न्यूज़ स्कैन ब्यूरो | किशनगंज
किशनगंज जिले के दिघलबैंक प्रखंड अंतर्गत सिंगीमारी पंचायत के पलसाघट क्षेत्र में कनकई नदी की बाढ़ ने स्थानीय लोगों की परेशानियों को फिर से उजागर कर दिया है।
नेपाल में भारी बारिश के बाद अचानक नदी का जलस्तर बढ़ गया, जिससे स्कूल जा रहे शिक्षक नदी के बीच फंस गए। उन्होंने एक-दूसरे की मदद से किसी तरह नदी पार की, लेकिन यह घटना पलसाघट पर पुल नहीं होने की पुरानी मांग को फिर से प्रासंगिक बना देती है।
लगभग 8 हजार की आबादी को हर साल बरसात में जान जोखिम में डालकर नदी पार करनी पड़ती है। न अस्पताल, न स्कूल, न समय पर एंबुलेंस—हर छोटी-बड़ी ज़रूरत के लिए नाव ही सहारा है। बरसात के दिनों में कई बार नेपाल की सीमाओं तक जाना ग्रामीणों की मजबूरी बन जाती है।
स्थानीय लोग दशकों से पुल की मांग कर रहे हैं, लेकिन अब तक प्रशासन ने कोई ठोस पहल नहीं की है। शिक्षकों को प्रतिदिन जान जोखिम में डालकर स्कूल जाना पड़ता है, जो शिक्षा व्यवस्था पर भी सवाल उठाता है।
ग्रामीणों ने प्रशासन से मांग की है कि बरसात में बार-बार होने वाली इन घटनाओं को देखते हुए पलसाघट पर स्थायी पुल का निर्माण शीघ्र किया जाए। साथ ही शिक्षा विभाग से शिक्षकों की सुरक्षा के लिए भी ठोस नीति लागू करने की अपील की गई है।