बिहार में मतदाता सूची विवाद: AIMIM नेता अख्तरुल ईमान ने चुनाव आयोग पर साधा निशाना

न्यूज स्कैन ब्यूरो, किशनगंज

बिहार में एक महीने की कड़ी मशक्कत के बाद चुनाव आयोग ने राज्य के 243 विधान सभा क्षेत्रों का प्रारूप (ड्राफ्ट )मतदाता सूची प्रकाशित कर दिया है ।प्रारूप जारी होने के बाद AIMIM पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष अख्तरुल ईमान ने चुनाव आयोग पर तीखा हमला किया है। अख्तरुल ईमान ने कहा कि बिहार में 65 लाख से अधिक मतदाताओं के नाम सूची में शामिल नहीं किए गए है । वहीं किशनगंज में 1 लाख 45 हजार से अधिक मतदाताओं के नाम हटे हैं।उन्होंने कहा कि मतदाताओं को फॉर्म नहीं दिया गया और सांप्रदायिक पार्टी के लोगों को काम में लगाया गया आखिर, क्यों ? अख्तरुल ईमान ने कहा मैं समझता हूं कि जस्ट बिफोर असेंबली इलेक्शन यह काम कराया जा रहा है और इसका फइनल पब्लिकेशन होते ही, आचार संहिता लागू हो जाएगा, आचार संहिता लागू जब हो जाएगा कोर्ट का कंडक्ट के बाद किसी भी कोई अपील वॉटरलस्ट तालिब से अदालत में नहीं की जा सकती है। इससे अंदेशा है कि 65 लाख का नहीं बल्कि करोड़ों लोगों के नाम काटे जा सकते हैं। उन्होंने कहा कि इलेक्शन कमीशन ऑफ इंडिया को पारदर्शिता लाना चहिए, उसमें दिखाना चाहिए कि कितने लोग डॉक्यूमेंट जमा किए हैं कितने लोग जमा नहीं किया हैं। ‍‌‌‍


इस दौरान उन्होंने बिहार सरकार पर आरोप लगाया है कि आवास प्रमाण पत्र नर्गत नहीं करवा रहे हैं और कछुआ की चल चल रहे हैं। अख्तरुल ईमान ने कहा कि हमारे अमौर विधान सभा क्षेत्र में 45 हजार लोगों के नाम हटाए गए है और यह कही न कही गहरी साजिश है। ईमान ने कहा कि मतदान केंद्रों पर मतदाता सूची उपलब्ध करवाया जाना चाहिए, ताकि जिनका नाम नहीं आया है वो अपना नाम जुड़वा सके।