Exclusive: सरकारी दफ्तर बना तस्करी का अड्डा! मृतकों के लाइसेंस से उठ रही थीं गोलियां, STF ने कर्मचारी को दबोचा

  • 5 हजार में बेचता था आर्म्स लाइसेंस! खगड़िया कलेक्ट्रेट कर्मी गिरफ्तार, बड़ा हथियार रैकेट उजागर
  • खगड़िया से खुला हथियार तस्करी का गेटवे: कार्यालय से मृतक का ऑरिजनल लाइसेंस कारतूस तस्कर को कराता था मुहैया, एसडीएफ ने की कार्रवाई

न्यूज स्कैन ब्यूरो, पूर्णिया / खगड़िया

पूर्णिया एसटीएफ ने सोमवार देर शाम खगड़िया समाहरणालय के एक कर्मी को गिरफ्तार किया है। जिसे जिला कलेक्ट्रेट कार्यालय के बाहर एसटीएफ ने धर दबोचा। कर्मी पर आरोप है कि वह जिला सामान्य शाखा में रहकर मृतक आर्म्स लाइसेंसधारी के ऑरिजनल अनुज्ञप्ति को कारतूस (गोली) तस्कर को महज 5 हजार में देता था। जिससे कारतूस का उठाव कर तस्कर उसे अपराधियों को मुहैया कराता था। जिसके बाद बिहार पुलिस ने इसकी जांच शुरू की और जिला समान्य शाखा के कंप्यूटर ऑपरेटर अविनाश कुमार को गिरफ्तार कर लिया।

सबसे बड़ी बात यह है कि जिन भी आर्म्स लाइसेंसधारी के नाम पर कारतूस का उठाव किया गया है, वो मृत हैं। ऐसे में कर्मी पर बिहार पुलिस का संदेह हुआ है।

एक वर्ष में करीब 6 मामला खगड़िया का

यहां बता दें कि खगड़िया जिले के मृतक छह ऐसे आर्म्स लाइसेंस धारी हैं, जिनके नाम पर बिहार के कई जिलों में गोली का उठाव हुआ है। जिसके बाद एसटीएफ ने पूरे की जांच शुरू की थी। जांच में यह खुलासा हुआ कि जिन भी मृतक लाइसेंसधारी के नाम पर कारतूस का उठाव हुआ, उनके ऑरिजनल कागजात जिला सामान्य शाखा में नहीं है। एसटीएफ सूत्रों की माने तो इस मामले में खगड़िया के मानसी निवासी सोना बाबू गुप्ता की गिरफ्तारी के बाद पूरे मामले में कर्मी की संलिप्ता का भेद खुला है। बताया यह भी जा रहा है कि बीते एक वर्ष में खगड़िया का 6 मामला इसी तरह से था।

खगड़िया का अपराधी हाजीपुर में हुआ था गिरफ्तार

गौरतलब है कि पूर्णिया के के हाट थाना में इस मामले में एफआईआर संख्या 290/25 दर्ज किया गया था। पुलिस और एसटीएफ की जांच में यह सामने आया कि इस मामले में खगड़िया जिला सामान्य शाखा की भूमिका संदेह के घेरे में है। बता दें कि पुलिस और एसटीएफ की गिरफ्त में खगड़िया के मानसी का रहने वाला सोना बाबू गुप्ता को कुछ दिन पहले रेलवे पुलिस ने हाजीपुर से गिरफ्तार का था। जिसके बाद उसके द्वारा पुलिस को सभी मामले में जानकारी दी जा रही है। इधर, जिला सामान्य शाखा के प्रभारी पदाधिकारी तेज नारायाण सिंह ने बताया कि उनको इस मामले में कोई जानकारी नही है। वे इस मामले को अब खुद से देखेंगे।