गंगा-गंडक-कोसी का प्रकोप: फसलों के बाद अब घरों पर मंडरा रहा संकट


  • गंगा, गंडक और कोसी का जलस्तर बढ़ा, गोगरी अनुमंडल की 6 पंचायतों में बाढ़ का खतरा मंडराया

खगड़िया। गोगरी

गोगरी अनुमंडल के गोगरी लांछित अंतर्गत छह पंचायत में बाढ़ का खतरा बना है। क्योंकि ये छह पंचायत गोगरी, बोरना, बन्नी, झिकटियां, रामपुर और इटहरी पंचायत कोशी, गंडक और गंगा नदी से घिरी है। जिसके जलस्तर में लगातार वृद्धि हो रही है। ऐसे में इन पंचायतों के वाशिंदों में डर और भय का माहौल बना है। जानकारों के अनुसार जलस्तर की यही रफ्तार रही तो गांवों में पानी घुसना तय है। गंगा के किनारे बसे किसानों की चिंता बढ़ गई है। सैकड़ों एकड़ में लगी फसल डूबने की आशंका है। कई निचले इलाकों में फसल पहले ही बर्बाद हो चुकी है। खेतों में पानी भर गया है। किसान खेतों की ओर देखने तक नहीं जा पा रहे। कोसी नदी का जलस्तर भी तेजी से बढ़ रहा है। इससे वलतार, पौरा और कोयला देवठा पंचायत के लोग पहले से ही परेशान हैं। अगर कोसी का जलस्तर और बढ़ा तो आसपास के घरों में पानी घुसना तय है। लोग घर छोड़ने की तैयारी में हैं।

सबसे ज्यादा दहशत निचले इलाके में

गंगा, गंडक नदियों के जलस्तर में लगातार हो रही वृद्धि से गोगरी प्रखंड के निचले इलाकों में सबसे ज्यादा दहशत का माहौल है। गंगा और गंडक की धाराएं उफान पर हैं। बीते कुछ दिनों से जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है। गंगा का पानी लगातार चढ़ रहा है। इससे गोगरी प्रखंड की छह पंचायतों और नगर परिषद के दो वार्डों पर बाढ़ का खतरा मंडराने लगा है। गोगरी, बोरना, बन्नी, झिकटियां, रामपुर और इटहरी पंचायत के कई गांव बाढ़ की चपेट में आ सकते हैं। बोरना पंचायत के कुछ गांवों में बाढ़ का पानी घरों के करीब पहुंच चुका है। कई जगहों पर पानी गांव में घुसने लगा है। दियारा क्षेत्र के झौआ बहियार और हरिणमार में भी पानी फैलने लगा है। जहां ग्रामीणों में डर का माहौल है। लोग घरों से बाहर निकलने से कतरा रहे हैं।