न्यूज स्कैन ब्यूरो, कटिहार
जिला अंर्तगत मनिहारी प्रखंड की धुरिहारी पंचायत के बुढ़ियाटिक्कर गांव में गंगा नदी का जलस्तर बुधवार को फिर बढ़ते ही कटाव का खतरा और गहरा गया है। स्थिति इतनी भयावह हो गई है कि ग्रामीणों को अपने घर स्वयं तोड़कर भागने पर मजबूर होना पड़ रहा है। ग्रामीणों के अनुसार अब तक एक दर्जन से अधिक घर गंगा में समा चुकी हैं। वही कटाव की चपेट में आए लोगों में प्रदीप यादव, बबलू यादव, संतोष यादव, विकास यादव, धनिक यादव, राजेश यादव, मो. सुलोचना सहित कई परिवार शामिल हैं। ग्रामीण प्रमोद यादव, बच्चु यादव, अनीता देवी, डैजी देवी, कंचन देवी आदि ने बताया कि जल संसाधन विभाग की ओर से कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई है।
पंचायत के मुखिया राजकुमार मंडल ने बताया कि लगभग तीन दशक पूर्व भी मरगाहा, बुढियाटिक्कर टिक्कर और बाबरबन्नी गांवों में कटाव के चलते लोग विस्थापित हुए थे, अब एक बार फिर वही त्रासदी सामने है। वही बाढ नियंत्रण के अभियंता ने स्थलीय जांच करा कर कार्य किये जाने की बात कही है. ग्रामीणों का स्थानीय जनप्रतिनिधियों से मोह भंग हो गया है.स्थानीय जनप्रतिनिधियों से निराश ग्रामीणों ने सांसद तारिक अनवर और राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव से मदद की गुहार लगाई है।ग्रामीणों की शिकायत है कि प्रशासन की ओर से अब तक कोई राहत नहीं पहुंचाई गई, न ही पॉलिथिन की व्यवस्था की गई है। पीड़ित परिवार सड़कों किनारे बारिश और धूप में जीवन यापन करने को विवश हैं।