न्यूज स्कैन ब्यूरो, कैमूर
जिले के भभुआ स्थित जगजीवन राम बालिका एससी/एसटी छात्रावास की छात्राएं शनिवार को जिला समाहरणालय पहुंच गईं। इन छात्राओं की मांग थी कि उन्हें खुद से गैस पर खाना बनाने की अनुमति दी जाए। जिला कल्याण कार्यालय में छात्राओं ने अपनी शिकायत रखी लेकिन विभागीय कर्मियों ने साफ कर दिया कि यह मांग विभागीय गाइडलाइन के खिलाफ है।
क्या है मामला
छात्रावास में करीब 80 छात्राएं निवास करती हैं। विभाग द्वारा दो रसोइया, एक सफाईकर्मी, एक गार्ड और एक वार्डन की नियुक्ति की गई है। खाना बनाने के लिए चार गैस सिलेंडर और बर्तन की व्यवस्था है। सरकार प्रत्येक छात्रा को प्रतिमाह 10 किलो चावल, 6 किलो गेहूं और 1,000 रुपये नकद देती है।
इसके बावजूद छात्राएं अलग-अलग छोटे गैस सिलेंडर पर खुद खाना बनाना चाहती हैं। जब विभाग ने इसे असुरक्षित और अवैध बताते हुए मना किया, तो छात्राएं नाराज हो गईं।
फोन पर हुई बात
छात्राएं जिला कल्याण पदाधिकारी रत्नेश कुमार सिंह से मुलाकात नहीं कर सकीं, लेकिन फोन पर अपनी बात रखी। अधिकारी ने उन्हें समझाया कि जो भी कार्य होगा, वह विभागीय गाइडलाइन के अनुरूप ही किया जाएगा।
अधिकारी ने क्या कहा?
जिला कल्याण पदाधिकारी रत्नेश कुमार सिंह ने बताया , “छात्राओं को खुद से गैस पर खाना बनाने की कोई जरूरत नहीं है। विभाग ने दो रसोइयों की नियुक्ति की है और सभी आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध कराई गई हैं। अवैध गैस सिलेंडर पर खाना बनाना खतरनाक है, इससे बड़ा हादसा हो सकता है।” बता दें कि छात्रावास में अवैध गैस सिलेंडर के इस्तेमाल को लेकर छात्रों की जिद और प्रशासन की सख्ती टकरा रही है। विभाग ने साफ किया है कि जो भी व्यवस्था होगी वह नियमों के तहत ही होगी। फिलहाल मामला शांत है लेकिन छात्राओं की नाराज़गी बनी हुई है।