- बंटवारा नामा मानने से किया इनकार, वृद्ध नरेश यादव पर ताबड़तोड़ हमला, मामला गोपालपुर थाना में दर्ज, गिरफ्तारी की तैयारी
न्यूज स्कैन रिपाेर्टर, भागलपुर
गोपालपुर थाना क्षेत्र में एक पारिवारिक विवाद ने हिंसा का वीभत्स रूप ले लिया, जब पिता के हाथों लिखित ज़मीन बंटवारे को बेटों ने न सिर्फ खारिज किया, बल्कि उसी वृद्ध पिता को पीट-पीट कर अधमरा कर डाला।
घटना गोपालपुर निवासी नरेश यादव के साथ घटी, जिन पर उनके बेटे पुलपुल यादव, भवेश यादव और पोता मिथलेश यादव ने लाठी-डंडों से जानलेवा हमला कर दिया।
बंटवारा नामा लागू करने की सजा मिली: अधमरा कर छोड़ा
नरेश यादव ने मायागंज अस्पताल (JLNMCH) में इलाज के दौरान मीडिया को बताया कि वह काफी समय से ज़मीन का आपसी समझौता (बंटवारा नामा) लागू करना चाहते थे। जब उन्होंने इसे लागू करने की बात दोहराई, तो तीनों आरोपियों ने कहा, “हम इसे नहीं मानते”, और उसी बात को लेकर विवाद ने हिंसक रूप ले लिया।
उन्होंने आरोप लगाया कि दिवाला (खेत का बाँध) और मुख्य गेट को तोड़कर तीनों ने उन पर ताबड़तोड़ वार किए। पड़ोसियों की मदद से उन्हें बचाया गया और अस्पताल पहुंचाया गया।
एफआईआर दर्ज, गिरफ्तारी जल्द, पुलिस सक्रिय
घटना की जानकारी मिलते ही गोपालपुर थाना की पुलिस हरकत में आई और प्राथमिकी दर्ज की गई। थानाध्यक्ष ने कहा कि “मामला बेहद गंभीर है, कानूनी कार्रवाई शुरू कर दी गई है और आरोपियों की गिरफ्तारी जल्द की जाएगी।”
रिश्तों पर फिर सवाल : कब रुकेगा पारिवारिक हिंसा का सिलसिला?
यह घटना फिर एक बार साबित करती है कि संपत्ति और बंटवारे को लेकर पारिवारिक संघर्ष समाज में कितनी गहरी दरार पैदा कर चुका है। जब बेटा और पोता, पिता को मौत के घाट उतारने पर उतारू हो जाएं, तब सवाल सिर्फ कानून का नहीं, सामाजिक और नैतिक पतन का भी बन जाता है।