न्यूज स्कैन रिपाेर्टर, नाथनगर
नाथनगर के मथुरापुर मध्य विद्यालय में शिक्षा के नाम पर बंदरबांट का गंभीर मामला सामने आया है। विद्यालय के प्रधानाध्यापक राधे दास और वरीय शिक्षक राजीव कुमार पर विद्यालय विकास मद से 1.5 लाख रुपये गबन करने का आरोप लगाया गया है। साथ ही, मध्यान्ह भोजन योजना (MDM) के तहत भोजन में गड़बड़ी और गुणवत्ता की अनदेखी की भी शिकायतें हैं।
2024 और 2025 के फंड का कोई उपयोग नहीं!
ग्रामीणों और विद्यालय शिक्षा समिति के अध्यक्ष ने जिला शिक्षा पदाधिकारी और जिलाधिकारी को लिखित शिकायत देकर बताया है कि वर्ष 2024 और 2025 में स्कूल को क्रमशः 75-75 हजार की राशि मिली थी, लेकिन धरातल पर कोई विकास कार्य नहीं हुआ। पूरा पैसा कथित रूप से आपसी मिलीभगत से हड़प लिया गया।
MDM में घटिया भोजन, छात्रों को आधा केला
राजीव कुमार पर खाने की सामग्री में कटौती और घटिया गुणवत्ता का आरोप है। दाल, तेल, सब्जी बहुत कम मात्रा में दी जाती है। एक केले को आधा काटकर बांटा जाता है। रसोइयों को ज़रूरी सामग्री नहीं मिलती है।
600 छात्रों के लिए न पीने का पानी, न चापाकल
विद्यालय में एक भी चापाकल चालू नहीं है, जिससे बच्चे दूर जाकर पानी पीते हैं। ये हालात सरकार के शिक्षा और स्वास्थ्य के दावों पर बड़ा सवाल हैं।
धमकी और भ्रष्टाचार का खुला खेल?
विद्यालय समिति के अध्यक्ष ने कहा कि जब उन्होंने विरोध किया, तो उन्हें हर महीने ₹2000 देकर चुप रहने को कहा गया। मना करने पर गाली-गलौज और धमकी दी गई। राजीव कुमार ने कथित रूप से कहा,”बिहार में सब मैनेज होता है, तुम कुछ नहीं कर सकते।”
प्रधानाध्यापक का पक्ष: “हमें बदनाम किया जा रहा है”
प्रधानाध्यापक राधे दास ने कहा कि जब से वो इस विद्यालय में आए हैं, तभी से मानसिक प्रताड़ना झेल रहे हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि विद्यालय अध्यक्ष एमडीएम का सामान खुद अपने घर ले जाकर उपयोग करता था।
राधे दास का कहना है कि उन्हें फंसाने की साजिश रची जा रही है और विद्यालय में शराब पीकर आने तक की घटनाएं हो चुकी हैं।