- पूर्व मुखिया राजेंद्र यादव पर अपनी बेटी के अपहरण का आरोप लगाया है
रवींद्र कुमार शर्मा, भागलपुर
पीरपैंती थाना क्षेत्र के लकड़ाकोल गांव निवासी योगेश यादव की नाबालिग पुत्री के अपहरण का मामला अब गंभीर मोड़ लेता जा रहा है। घटना एक जुलाई की है, जब किशोरी रहस्यमय तरीके से लापता हो गई थी।
परिजनों का आरोप है कि जब वे बेटी की गुमशुदगी की सूचना लेकर पीरपैंती थाना पहुंचे तो उन्हें घंटों बैठाए रखा गया, लेकिन आवेदन नहीं लिया गया। थक-हारकर जब योगेश यादव ने भागलपुर के वरीय पुलिस अधीक्षक से मिलकर शिकायत की, तब जाकर प्राथमिकी दर्ज की गई।
सोमवार को योगेश यादव को देवघर स्थित रिमांड होम से फोन आया कि उनकी बेटी वहां है। सूचना मिलते ही वे पत्नी आशा देवी के साथ देवघर पहुंचे। किशोरी को देखकर पिता की आंखें भर आईं, लेकिन उनके सवाल और भी गंभीर थे।
योगेश यादव ने गांव के ही पूर्व मुखिया राजेंद्र यादव पर अपनी बेटी के अपहरण का आरोप लगाया है और दुष्कर्म की आशंका भी जताई है। उन्होंने कहा कि बेटी को वापस लेने से पहले मेडिकल जांच अनिवार्य है, ताकि सच्चाई सामने आ सके। उन्होंने प्रशासन से मांग की कि तुरंत मेडिकल परीक्षण कराया जाए।
योगेश यादव ने यह भी बताया कि पूर्व में राजेंद्र यादव ने उनके साथ मारपीट की थी, जिसकी शिकायत भी की गई थी लेकिन पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की। ऐसे में उन्हें अब सिस्टम पर भरोसा नहीं रह गया है।
मंगलवार को योगेश यादव ने एक बार फिर एसएसपी को आवेदन देकर अपनी बेटी के लिए न्याय की गुहार लगाई। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि उनकी बेटी को इंसाफ नहीं मिला तो वे अपने पूरे परिवार के साथ मुख्यमंत्री के समक्ष आत्मदाह करेंगे।