- सुरक्षा के लिए बंद किया गया था गेट, प्रशासनिक टीम के दौरे के दौरान हुआ घटनाक्रम
न्यूज स्कैन रिपाेर्टर, भागलपुर
तिलकामांझी भागलपुर विश्वविद्यालय परिसर में उस समय अफरातफरी मच गई, जब दिलदारपुर और शंकरपुर दियारा क्षेत्र के बाढ़ पीड़ितों ने विश्वविद्यालय के उत्तरी गेट का ताला तोड़कर जबरन परिसर में प्रवेश कर लिया।
सूत्रों के मुताबिक विश्वविद्यालय प्रशासन ने पिछले कुछ दिनों से सुरक्षा और कानून व्यवस्था के मद्देनज़र परिसर में प्रवेश को प्रतिबंधित करते हुए गेट पर ताला लगा रखा था। बावजूद इसके, आज सुबह करीब 11 बजे दियारा क्षेत्र के सैकड़ों लोगों ने उत्तरी गेट का ताला तोड़ दिया और टिल्हा कोठी समेत अन्य स्थानों पर अपने तंबू, सामान के साथ डेरा डालना शुरू कर दिया।
घटना के समय सदर एसडीओ विकास कुमार और नाथनगर अंचलाधिकारी विश्वविद्यालय कैंपस में बाढ़ की स्थिति का जायजा ले रहे थे। उसी दौरान गेट तोड़ने की घटना सामने आई।
बाढ़ पीड़ितों का कहना है कि उन्हें राहत शिविरों में न तो पर्याप्त भोजन मिल रहा है, न ही चिकित्सा और पीने के पानी की व्यवस्था है। ऐसे में विश्वविद्यालय परिसर ही उन्हें सबसे सुरक्षित और शरण देने योग्य स्थान प्रतीत हुआ।
प्रशासन की चुप्पी पर सवाल
अब सवाल उठ रहे हैं कि जब प्रशासनिक टीम परिसर में मौजूद थी, तो गेट तोड़ने जैसी घटना कैसे हुई? क्या यह प्रशासन की लापरवाही है या पीड़ितों की मजबूरी? फिलहाल विश्वविद्यालय प्रशासन की ओर से कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है।