न्यूज स्कैन रिपाेर्टर, भागलपुर
तिलकामांझी भागलपुर विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. जवाहर लाल के कार्यकाल के अंतिम दिनों में विश्वविद्यालय प्रशासन की संवेदनहीनता एक बार फिर सामने आई है। पेंशनर संघर्ष मंच ने साफ चेतावनी दी है कि यदि 15 मृत पेंशनरों की विधवाओं को 12 अगस्त तक फैमिली पेंशन नहीं दी गई, तो वे महामहिम राष्ट्रपति को “त्राहिमाम संदेश” भेजेंगे।
90 दिन बीत गए, अब भी फाइलों में उलझी
7 मई 2025 को कुलपति और पेंशनर संघर्ष मंच के बीच 7 सूत्री मांगों पर सहमति बनी थी, जिसमें एक प्रमुख मांग 15 विधवाओं को मार्च 2025 से फैमिली पेंशन लागू करने की थी। परंतु इस समझौते को 90 दिन बीत जाने के बाद भी यह मांग केवल कागजों में सिमट कर रह गई है। कुलपति ने सभी मामलों में केवल “डिस्कस” लिखकर फाइलें रजिस्ट्रार को लौटा दीं। कोई ठोस निर्णय नहीं लिया गया।
ये हैं वो 15 मृत पेंशनर, जिनकी विधवाएं आज भी दर-दर भटक रहीं
टीएनबी कॉलेज प्रो. गणेश मिश्र, रंजीत प्रसाद सिंह, गोपाल पांडेय
एसएसभी कॉलेज भरतलाल सिंह, सुधीर झा, विशेश्वर सिंह
बीएन कॉलेज प्रो. अभिमन्यु कुमार सिंह
एमएएम कॉलेज प्रो. प्रवीण कुमार सिंह
केएसएस कॉलेज प्रो. विजय प्रसाद सिंह, नरेश प्रसाद सिंह
सबौर कॉलेज ब्रजकिशोर चौधरी, प्रवीण कुमार सिंह
आरडीएस कॉलेज प्रो. नारायण प्रसाद सिंह
पीबीएस कॉलेज प्रो. पन्ना सिंह
पीजी आईआरपीएम प्रो. शुभदत्त झा
कुलपति के निष्क्रिय रवैये पर पेंशनर मंच की चेतावनी
पेंशनर संघर्ष मंच के सह-संयोजक अमरेन्द्र झा ने कुलपति पर निशाना साधते हुए कहा कि कुलपति 22 अगस्त को रिटायर हो रहे हैं। लेकिन वे चाहते तो इन 15 विधवाओं को न्याय दिलाकर विदा ले सकते थे। अब यदि 12 अगस्त तक आदेश जारी नहीं हुआ, तो हम महामहिम राष्ट्रपति को ‘त्राहिमाम संदेश’ भेजेंगे।