बाढ़ में भी नहीं थमी शादी की रस्में: दूल्हा स्कॉर्पियो छोड़ नाव से बारात लेकर पहुंचा ससुराल

रविंद्र कुमार शर्मा | भागलपुर


जिले के पीरपैंती प्रखंड के बाकरपुर गांव में बाढ़ के हालात के बीच एक अनोखी बारात चर्चा में है। यहां के देवमुनी कुमार ने अपनी बारात लग्जरी कार के बजाय नाव से निकाली। गंगा में आई बाढ़ के चलते जब सड़क मार्ग से ससुराल जाना असंभव हो गया, तो देवमुनी ने 35 किलोमीटर की दूरी नाव, पैदल और ई-रिक्शा से तय कर शादी रचाई।

देवमुनी कुमार की शादी कटिहार के मनिहारी प्रखंड के कटाकोष गांव में तय थी। लड़के के पिता रामदेव मंडल ने बताया कि शादी की तारीख पहले से तय थी, लेकिन बाढ़ के कारण गांव चारों ओर से जलमग्न हो गया।


दूल्हा देवमुनी ने बताया कि घर से सजधज कर निकले तो कुछ दूर स्कॉर्पियो से गए, फिर पैदल गंगा किनारे पहुंचे। वहां नाव के सहारे बारातियों के साथ गंगा पार की, फिर पैदल और ई-रिक्शा से ससुराल पहुंचे।

बारात में सिर्फ 25-30 लोग शामिल थे, न बैंड था, न बाजा। देवमुनी बताते हैं, “शादी में जो धूमधाम और शौक पूरे करने थे, वो बाढ़ में बह गए। दिल में कसक रह गई।”

शादी के बाद नाव से ही पलंग, गद्दा, कुर्सी, गोदरेज जैसे सामान भी ससुराल से लाए गए। नाव पर सजी बारात को देखने के लिए बड़ी संख्या में ग्रामीण जमा हो गए।